कमल खडका
हरिद्वार, 3 अगस्त। नगर की खस्ता हालत, सड़कों पर लोगों का चलना भी दुश्वार हो गया है। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने कहा कि पंचपुरी की सड़कें निर्माण कार्यो की भेंट चढ़ गयी हैं। मुख्य बाजारों की सड़कों का बुरा हाल है। त्यौहारों के सीजन में भी लोग सड़कों पर मुसीबतों का सामना कर रहे हैं। चंद्राचार्य चैक, रानीपुर मोड़, हरिद्वार मुख्य मार्गो की सड़कों पर नुकीले पत्थर व गड्ढे दुघर्टना का कारण बन रहे हैं।
आए दिन वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। डबल इंजन सरकार विकास के दावे तो कर रही है। लेकिन खराब सड़कों की हालत दावों की पोल खोल रही है। निर्माण कार्य अधर में लटके हुए हैं। सत्ता पक्ष निर्माण कार्यो को लेकर संजीदा नजर नहीं आ रहा है। जनता की समस्याओं का कोई निदान नहीं हो पा रहा है। आरोप प्रत्यारोप के दौर जारी हैं। सड़कों पैचवर्क का कार्य भी नहीं हो पा रहा है।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के गृह क्षेत्र में जनसमस्याएं बनी हुई हैं। लेकिन समस्याओं का निस्तारण करने में मंत्री कोई रूचि नहीं दिखा पा रहे हैं। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। गली मौहल्लों के अलावा शहर के मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त हैं। पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। महिलाएं बच्चे, वृद्धजन सड़कों पर निकल नहीं पा रहे हैं। सुनील अरोड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री मदन कौशिक विभागीय अधिकारियों को निर्माण कार्यो के लिए आदेश तो जारी करते हैं।
बैठकें भी लगातार की जा रही हैं। लेकिन समस्याओं का कोई समाधान ना होना मंत्री की लचर कार्यशैली को दर्शा रहा है। विपक्ष जनसमस्याओं के समाधान पर सवाल उठाता है तो उनको भी दबाने का प्रयास किया जाता है। कुंभ के निर्माण कार्यो को लेकर भी जनप्रतिनिधि कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। शहर की सड़कें निर्माण कार्यो के नाम पर भेंट चढ़ी हुई हैं। लगातार विपक्ष मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने की मांग उठाता चला आ रहा है। लेकिन समस्याओं का कोई निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
राज्य की त्रिवेंद्र सरकार विकास के नाम पर झूठी घोषणाएं कर प्रदेश की जनता को छलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। बरसात शुरू हो चुकी है। सड़कों के गड्ढे सबसे बड़ी समस्या का कारण बने हुए हैं। धर्मनगरी की सड़कों पर रेत, बजरी, नुकीले पत्थर वाहन चालकों के लिए दुघर्टनाओं का सबसे बड़ा कारण बने हुए हैं। शासन प्रशासन भी इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सांसद रमेश पोखरियाल हरिद्वार की समस्याओं को लेकर कोई रूचि नहीं दिखा पा रहे हैं।