प्रमोद गिरि
हरिद्वार, 15 जुलाई। उत्तरी हरिद्वार भूपतवाला की प्रख्यात धार्मिक संस्था सुनहरी आश्रम चौरिटेबल ट्रस्ट के परमाध्यक्ष महंत स्वामी मुकेशानन्द महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन माता सुनहरी बाई महाराज की तृतीय पुण्यतिथि व गुरु पूर्णिमा के निमित्त श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का महंत दुर्गादास, महंत योगेंद्रानंद शास्त्री महाराज, कथाव्यास महंत केशवानंद महाराज ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर संत महापुरूषों के सानिध्य में गंगा घाट से सुनहरी आश्रम चौरिटेबल ट्रस्ट तक कलश शोभा यात्रा निकाली गयी। कथा के शुभारंभ पर श्रद्धालु भक्तों को आशीवर्चन प्रदान करते हुए महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि मां गंगा के तट पर श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से जीवन का कल्याण हो जाता है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा जीवन में सुख शांति समृद्धि प्रदान करती है। श्रद्धालु भक्तों के कल्याण के लिए श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन कर महंत स्वामी मुकेशानन्द महाराज ने सराहनीय कार्य किया है। महंत योगेंद्रानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को ज्ञान और भक्ति प्रदान कर उत्तम चरित्र का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य के जीवन को अध्यात्म और धर्म की ओर अग्रसर करती है। श्रीमद भागवत कथा के श्रवण करने मात्र से जीवन का कल्याण होता है। सुनहरी आश्रम चौरिटेबल ट्रस्ट के परमाध्यक्ष महंत स्वामी मुकेशानन्द महाराज ने कहा कि श्रीमद्भावगत कथा मृत्यु का भय दूर कर मोक्ष प्रदान करती है।
कथा के प्रभाव से व्यक्ति धर्म के मार्ग अग्रसर होता है। जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है और प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है। संत महापुरूषों और श्रद्धालु भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए स्वामी मुकेशानंद महाराज ने कहा कि समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने में संत महापुरूषों ने सदैव ही योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि तीर्थ नगरी हरिद्वार में जो मनुष्य गौ गंगा गीता गुरु माता पिता की सेवा करते हुए श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करते हैं। उन मनुष्यो के जीवन का कल्याण हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि गंगा के समान अपने जीवन को निर्मल और शांत रख कर समाज और लोक कल्याण के कार्य करते रहने चाहिए।
सभी भक्तों को कथा श्रवण करने के अवसर का लाभ उठाना चाहिए। कथा व्यास महंत केशवानंद महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि कथा से मिले ज्ञान को अपने जीवन में धारण करना चाहिए तभी कथा श्रवण करने का लाभ है। श्रीमद् भागवत कथा जीवन के कल्याण का मार्ग बताती है। कथा के श्रवण मात्र से घर में सुख शांति समृद्धि का वास होता है। इस अवसर पर महंत दुर्गादास, महंत योगेद्रानंद व श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।