कमल खडका
हरिद्वार, 24 अगस्त। हिंदूवादी चरणजीत पाहवा ने धर्म रक्षा निधि के नाम पर एकत्र पैसे का सही इस्तेमाल करने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में चरणजीत पाहवा ने कहा कि धर्म रक्षा निधि के नाम पर इकट्ठा किए गए पैसे का कोरोना काल में रोजगार गंवा चुके परिवारों की सहायत ा करने में उपयोग किया जाना चाहिए। पाहवा ने कहा कि जरूरतंद की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते उत्पन्न हुई स्थितियों में बड़ी संख्या में लोग रोजगार गंवा चुके हैं। छोटे मझोले व्यापारी विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।
गरीब मजदूर परेशान हैं। सरकार से कोई सहायता नहीं मिल रही है। लोगों के बार बार मांग करने के बावजूद भी सरकार ना तो बिजली, पानी के बिल माफ कर रही है ना ही स्कूल फीस। ऊपर से बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। रोजगार नहीं मिलने से युवा वर्ग में निराशा बढ़ रही है। लोग ना तो मकान का किराया दे पा रहे हैं। ना बिलों का भुगतान कर पा रहे हैं। सभी की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है। ऐसे में सामाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। सभी को एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाना चाहिए ताकि रोजगार के अवसर बढ़ें। महंगाई पर अंकुश लगे।