तनवीर
हरिद्वार, 25 जनवरी। प्रदेश व्यापार मण्डल से जुड़े व्यापारियों ने सिटी मैजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित कर कुंभ स्नान के लिए आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट बाध्यता को समाप्त करने, कुंभ का नोटिफिकेशन तत्काल जारी करने, लाॅकडाउन अवधि के बिजली, पानी के बिल व स्कूल फीस माफ करने के साथ प्रत्येक व्यापारी को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।
इस दौरान प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा कि प्रत्येक 12 वर्ष के बाद होने वाले कुंभ मेले का नोटिफिकेशन हमेशा ही एक जनवरी को जारी कर दिया जाता है। लेकिन इस वर्ष होने जा रहे कुंभ मेले का नोटिफिकेशन अभी तक जारी ही नहीं किया गया है। जिससे देश दुनिया के श्रद्धालुओं में कुंभ आयोजन को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के व्यापारी 12 सालों तक कुंभ मेले का इंतजार करते हैं।
लेकिन सरकार ने पहले कुंभ की अवधि घटाने के बाद अब कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आने की बाध्यता लागू कर पहले से ही मंदी का सामना कर रहे व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। व्यापारियों को उम्मीद थी कि कुंभ मेले के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचेंगे तो व्यापार को गति मिलेगी। लेकिन कड़े नियम लागू होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आना तय है।
जिससे व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। सरकार का यह निर्णय व्यापारियों के हित में नहीं है। आस्था व व्यापार के दृष्टिगत सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के चलते सबकी आर्थिक स्थिति खराब है। ऐसे में सरकार को लाॅकडाउन अवधि के बिजली, पानी के बिल व स्कूलों की फीस माफ करने के साथ प्रत्येक व्यापारी को एक लाख की नकद आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में जगदीप सिंह, पुष्पिंदर सिंह, अरविन्द चौधरी, संजीव कुमार, ऋषभ शर्मा आदि व्यापारी शामिल रहे।