तनवीर
हरिद्वार, 16 अक्टूबर। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि सत्ता पक्ष के दवाब में एक पक्षीय कार्यवाही कर मुकदमे किये जा रहे हैं। जबकि सत्ता पक्ष द्वारा कोरोना काल में सैकड़ों कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ भी जुटी। लेकिन उस प्रशासन मौन साधे हुए है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते सुनील सेठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा बंदी का विरोध करने पर स्थानीय सांसद के इशारे पर व्यापारियों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर दिया गया।
हरिद्वार से हमेशा नदारद रहने वाले सांसद के खिलाफ बोलने पर व्यापारियों को मुकद्मे का सामना करना पड़ रहा है। सेठी ने कहा कि कोरोना काल में आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे व्यापारियों द्वारा जो भी प्रदर्शन किए गए कानून के दायरे में रहकर ही किए गए। जनविरोधी नीतियों के विरोध में उठने वाली आवाजों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन व्यापारी पीछे नहीं हटेंगे। आगे भी कानून का पालन करते हुए संघर्ष करते रहेंगे।
इस दौरान नाथीराम सैनी, जितेंद्र चैरसिया भी मौजूद रहे। दूसरी ओर सुनील सेठी पर मुकदमा किए जाने पर ज्वालापुर के व्यापारियों ने रोष व्यक्त करते हुए मुकद्मा वापस लिए जाने की मांग की है। व्यापारियों की बैठक को संबोधित करते ज्वालापुर व्यापार मण्डल अध्यक्ष विनय श्रोत्रिय व महामंत्री संजय मेहता ने कहा कि आम आदमी की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
कानून सभी के लिए समान है तो लाॅकडाउन अवधि में हुए सभी कार्यक्रमों पर कार्यवाही की जानी चाहिए। चाहे कार्यक्रम का आयोजन करने वाले किसी भी राजनीतिक से जुड़े हों। राजनीतिक दबाव के चलते जनहित में आवाज उठाने वालों का निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। ये लोकतंत्र की हत्या और अभिव्यक्ति की आजादी छीनने जैसा है। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप मेहता, सुनील वर्मा, अब्दुल रब आदि सहित कई व्यापारी उपस्थित रहे।