अमरीश
असामाजिक तत्वों के मंसूबों का कामयाब नहीं होने दिया जाएगा-अशोक शर्मा
हरिद्वार, 15 नवम्बर। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जिला प्रमुख अशोक शर्मा के नेतृत्व में वसीम रिजवी व नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ शारदा नगर स्थित शिवसेना कार्यालय से लेकर आर्य नगर चौक तक पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया और पुतला दहन किया।
इस दौरान शिवसेना जिला प्रमुख अशोक शर्मा ने कहां कि कई राज्यों में हो रहे चुनावों को देखते हुए भाजपा चुनावों में लाभ उठाने के लिए वसीम रिजवी की विवादित पुस्तक का विमोचन करवाने के बहाने विवाद उत्पन्न करने का प्रयास कर रही है। ऐसे असामाजिक व्यक्तियों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा जिला प्रशासन को पूरे प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। शिवसेना जिला कोषाध्यक्ष आबाद कुरैशी ने कहा कि नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले वसीम रिजवी की किताब का षड्यंत्र के तहत विमोचन कराया गया।
वसीम रिजवी ने नरसिंहानंद के साथ मिलकर मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। हरिद्वार की परंपराओं और गंगा जमुना तहजीब को तोड़ने का प्रयास किया है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आबाद कुरैशी ने मांग करते हुए कहा कि सरकार एक जांच कमेटी का गठन कर हरिद्वार शहर का माहौल खराब करने के प्रयासों की जांच करें।
वरिष्ठ शिवसेना नेता रवि बक्शी ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं। भाजपा धार्मिक विवाद उत्पन्न कर चुनावी लाभ उठाने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार का माहौल खराब करने के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। भारत की एकता अखंडता को किसी को भी तोड़ने का अधिकार नहीं है। वसीम रिजवी जैसे व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा कायम होना चाहिए और जेल भेजा जाना चाहिए।
राकेश सैनी ने कहा कि चुनावों को देखते हुए हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई को आपस में लड़वाकर नेता अपनी रोटियां सेकने की फिराक में लग गए हैं। पुतला दहन करने वालों में राजेश भट्ट, नरेश धीमान, अनिल गुप्ता, मास्टर जगपाल सैनी, नजीब कुरैशी, दिलशाद कुरैशी, वसीम अंसारी, इसरार मंसूरी, अबरार, फिरोज, गुल्लू अंसारी, राहत भाई, बलबीर सिंह आदि लोग पुतला दहन करने में उपस्थित रहे।