राकेश वालिया
हरिद्वार, 7 जून। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने सोमवार से धर्मस्थल खोले जाने के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर सर्वोपरि है। सच्चे मन से की गयी ईश्वर की आराधना से संकट दूर होते हैं। जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण लगभग तीन महीने बाद सरकार ने सोमवार से धर्मस्थल खोले जाने की अनुमति दी है। सरकार का यह फैसला सराहनीय है। धर्मस्थल खोले जाने के साथ कोरोना संकट को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। कोरोना संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए सतर्कता व जागरूकता बेहद जरूरी है। सभी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारों व चर्च में श्रद्धालुओं का आगमन सीमित होना चाहिए।
श्रद्धालु सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही धर्मस्थलों में प्रवेश करें, यह सुनिश्चित करना होगा। साथ ही सभी धर्मस्थलों में नियमित रूप से सेनेटाईजिंग की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों के साथ व जारी दिशा निर्देशों के तहत सोमवार को प्रातःकाल पूरे विधि विधान से अखाड़े में स्थित गुरूद्वारे में धार्मिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। गुरूग्रंथ साहब का पाठ कर देश दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष अरदास भी की जाएगी।
ईश्वर व गंगा मैया की कृपा से कोरोना जल्द ही समाप्त होगा और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज व महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज के नेतृत्व में 2021 का महाकुंभ मेला सकुशल, भव्य व दिव्य रूप से संपन्न होगा। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण प्राणी जगत भारी संकट में है। दुनिया के सभी देश कोरोना से जूझ रहे हैं। दुनिया के तमाम वैज्ञानिक व चिकित्सक कोरोना के उचार के लिए दवा व वैक्सीन बनाने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
गुरूनानक देव की कृपा से वैज्ञानिकों को जल्द सफलता मिलेगी। कोरोना समाप्त होगा और पीड़ित मानवता की रक्षा होगी। धर्मस्थल खोले जाने के सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने ईष्ट देव की आराधना के लिए मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा या चर्च जाते समय श्रद्धालु सभी नियमों व सरकारी दिशा निर्देशों का पालन अवश्य करें। जिससे इस खतरनाक वायरस का प्रसार रोका जा सके। महंत अमनदीप सिंह व महंत सतनाम सिंह ने कहा कि कोई भी संकट हमेशा नहीं रहता।
ईश्वरीय कृपा से जल्द ही कोरोना संकट भी दूर होगा। देश दुनिया में पहले की तरह खुशहाली लौटेगी। लेकिन जब तक कोरोना वायरस का कोई उपचार व वैक्सीन तैयार नहींे होती तब तक सभी को बेहद सतर्क व जागरूक रहना होगा। सतर्कता व जागरूकता से ही कोरोना को हराया जा सकता है। इस दौरान महंत खेमसिंह, संत सुखमन सिंह, संत स्वरूप सिंह, संत विष्णु सिंह, महंत जैल सिंह, महंत गणेशदास, महंत सेवादास (ग्राम पाक्का), जसवीर सिंह ग्रेवाल, जयपाल सिंह मांकड़, पलविन्दर सिंह आदि मौजूद रहे।