अमरीश
हरिद्वार, 10 नवम्बर। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के संस्थापक और उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन सक्रिय भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय जेपी पांडे की चैथी पुण्यतिथि पर राज्य आंदोलनकारियों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए राज्य आंदोलनकारी रामदेव मौर्य ने बताया कि राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान जेपी पांडे ने भेल के कर्मचारियों व लालढांग, गैंडीखाता, श्यामपुर, लक्सर, रुड़की, पथरी आदि क्षेत्रों में घूम घूमकर राज्य निर्माण आंदोलन के संघर्ष में शामिल होने लिए लोगों को जागरूक कर उनमें जज्बा पैदा किया और हरिद्वार जनपद को उत्तराखंड में मिलाने में अहम भूमिका निभायी।
नत्थीलाल जुयाल ने कहा कि स्वर्गीय जेपी पांडे का निधन राज्य आंदोलनकारियों के लिए बहुत बड़ी क्षति है। समिति के संरक्षक महेश गोड ने कहा कि जेपी पांडे ने आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण समेत उनकी अन्य मांगों को लेकर संघर्ष का जो जज्बा दिखाया। वह आज दिखाई नहीं देता। विनोद डंड्रियाल ने कहा कि जेपी पांडे के निधन से राज्य आंदोलनकारी अपने आप को ठगा सा और अकेला महसूस करते हैं।
श्रद्धांजलि सभा का संचालन भीमसेन रावत व अध्यक्षता सतीश जैन ने की। अवसर पर राजे सिंह नेगी, राजेश गुप्ता, बलवीर सिंह नेगी, आनंद सिंह नेगी, महेंद्र सिंह नेगी, दलवीर पोखरियाल, आरएस मनराल, कमला नेगी, राधा बिष्ट, बसंती पटवाल, कमला ढोंढियाल, कमला पाण्डे, सूर्यकांत भट्ट, विनोद डंड्रियाल, धर्मपाल भारती, महेश गोड़, रामदेव मौर्य, सतीश जैन आदि शामिल रहे।