राकेश वालिया
हरिद्वार, 1 जुलाई। खड़खड़ी स्थित निर्धन निकेतन आश्रम में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के अंतिम दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि नवरात्रि में श्रीमद् देवी भागवत कथा श्रवण का विशेष महत्व है। नौ दिन तक कथा का श्रवण करने मात्र से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। कथा के प्रभाव से मन में सात्विक विचारों का उदय होता है। मां भगवती की कृपा से व्यक्ति भय मुक्त हो जाता है। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है और जीवन उन्नति की और अग्रसर होता है।

स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि मां भगवती ही समस्त संसार का संचालन करती है। गुप्त नवरात्रों में भक्तों के कल्याण के लिए श्रीमद देवी भागवत महापुराण कथा का आयोजन कर निर्धन निकेतन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने सराहनीय कार्य किया है। सभी को कथा श्रवण से मिले ज्ञान को जीवन में धारण कर धर्म व अध्यात्म तथा मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। निर्धन निकेतन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा परमकल्याणकारी है। गंगा तट पर संतों के सानिध्य में कथा श्रवण का प्रभाव और भी अधिक हो जाता है। कथा हमें सत्यनिष्ठ होना सिखाती है।
वास्तविक जीवन का आकलन करना हो तो वेद शास्त्र और पुराणों को आत्मसात करना होगा। पूज्य गुरूओं द्वारा स्थापित सेवा परंपरा का पालन करते हुए लोकल्याण की भावना से आश्रम में लगातार धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुप्त नवरात्रों में श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा का देश व समाज पर सकारात्मक प्रभाव होगा। समस्त मानव जगत के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। इस अवसर पर सतपाल ब्रह्मचारी, महंत रघुवीर दास, महंत सूरजदास, स्वामी शिवानंद भारती, महंत शिवम गिरी, पंडित अमित थपलियाल, ट्रस्टी नरेंद्र कपूर, विजय सिंहला, जीवन गोयल, प्रेमदत्त, ज्ञानचंद, सीता देवी व बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।


