तनवीर
हरिद्वार, 15 अप्रैल। कुंभ के आयोजन में योगदान करने वाले वनकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। प्रैसवार्ता के दौरान पत्रकारों को जानकारी देते हुए डीएफओ नीरज कुमार ने बताया कि कुम्भ मेले की शुरुआत होते ही कुम्भ क्षेत्र में जंगली हाथी घुस आने की दो घटनाओं ने महकमे के सामने चुनौती खड़ी कर दी थी। दोनो घटनाओं के बाद संसाधनों के साथ ही वनकर्मियों की संख्या बढ़ाकर रात को जंगल में गश्त में तेजी लाई गई। कुम्भ मेला क्षेत्र में स्थित साधु संतों की छावनी के आसपास सोलर फेंसिंग, सुरक्षा दीवार, सुरक्षा खाई, 8 चैकियां, 5 वाच टॉवर और 40 टीमें लगाई गई।
टीमों ने रात दिन जंगल मे घुसकर सघन गश्त की। इसी का नतीजा है कि उन दो घटनाओं के बाद जंगली जानवरों और मानव संघर्ष की एक भी घटना कुम्भ मेले के दौरान नही घटी। कुम्भ मेला सकुशल संपन्न हुआ। डीएफओ नीरज कुमार ने बताया कि कुम्भ मेला ड्यूटी के दौरान दिन रात मेहनत करने वाले वनकर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने ये बताया कि हरिद्वार वन विभाग पूरी मेहनत से काम कर रहा है।
अभी तक उनके सामने एक भी मामला सामने नही आया जिसमे जंगली जानवरों ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचाया हो। विभाग द्वारा की जा रही रीपेलर्स, सोलर फेंसिंग, सुरक्षा दीवार, सुरक्षा खाई आदि सभी व्यवस्थायें दीर्घकालिक है जो आगे भी मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोकने में लाभदायक साबित होंगी।