राकेश वालिया
हरिद्वार, 21 अप्रैल। महाराष्ट्र में जूना अखाड़ के दो संतों की हत्या को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज ने अपने संदेश में कहा कि तीन मई को लाॅकडाउन खत्म होने के बाद लाखों बैरागी संत महाराष्ट्र सरकार को घेरने के लिए कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि श्री पंच निर्वाणी अणी अखाड़ा, श्री पंच निर्मोही अखाड़ा, श्री पंच दिगम्बर अखाड़ा सहित खालसाओं के 18 अखाड़े इस आंदोलन में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस के सामने बड़ी बेरहमी से दो संतों को लाठी डंडो से पीट पीट कर मार डाला एवं उनके ड्राईवर की भी निर्मम हत्या कर डाली।
इस घिनौनी घटना से समस्त देश का संत समाज चिंतित है। अगर इस समय देश में लाॅकडाउन ना होता तो अब तक महाराष्ट्र की सरकार का पतन होना तय था। श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि शिवसेना जैसी पार्टी अपने आपको हिंदूवादी कहलाती है और उन्ही की सत्ता के होते संत समाज के साथ इतना बड़ा अत्याचार हो रहा है।
जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस दर्दनाक हत्याकाण्ड से देश का समस्त संत समाज चिंतित है और 3 मई को लाॅकडाउन खुलने के तुरंत बाद महाराष्ट्र लाखों संत महाराष्ट्र कूच करेंगे। निर्मोही अणी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज तथा निर्वाणी अणी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने दोनों संतों की हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र में हिंदुओं की सरकार, महाराष्ट्र में हिंदूवादियों की सरकार होने के बावजूद भी संत महंतों की हत्या होना बहुत ही जघन्य अपराध है।
इस घटना के दौरान मौजूद रहे पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को सस्पेंड करना ही काफी नहीं हैं। उन्हें तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि महाराष्ट्र सरकार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो संत समाज महाराष्ट्र में सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा। राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि पूरा बैरागी संत समाज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी व महामंत्री हरिगिरी महाराज के साथ है। अखाड़ा परिषद जो भी निर्णय लेगी उसका पूरा पालन किया जाएगा।