दक्षिण कोरिया में आयोजित वैलनेस फेस्टिवल में शामिल हुई पतंजलि

Haridwar News
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तनवीर


कोरियाई गर्वनर ने पतंजलि के साथ कोरियन मेडिसिन सिस्टम पर काम करने की इच्छा जताई
हरिद्वार, 8 अक्तूबर। दक्षिण कोरिया के यंगसुंग बुकतो प्रांत में वैलनेस फेस्टिवल-2023 वृहत मेले का आयोजन किया गया। मेले में शामिल हुए पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि प्रसन्नता का विषय है कि हजारों वर्ष पुराने भारत-कोरियाई संबंधों को वर्तमान में राजनयिक रूप से पचासवें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। आचार्य बालकृष्ण ने भारतीय सनातन संस्कृति एवं आयुर्वेदिक औषधियों के विषय पर भी उद्बोधन दिया।
इस अवसर पर यंगसुंग बुकतो के गवर्नर व वहां के मेयर सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पतंजलि द्वारा रचित पुस्तक ग्लाॅसरी आॅफ कोरियन मेडिसिन्स का विमोचन किया। यंगसुंग बुकतो के गवर्नर ने आने वाले समय में अपने क्षेत्र में भारतीय गांव की स्थापना के साथ पतंजलि के साथ मिल कर कोरियन मेडिसिन सिस्टम पर काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि भारतीयता तथा भारत के गौरव को बढ़ाने वाले इस कार्य से निश्चित रूप से हमारे आपसी सम्बंध प्रगाढ़ होंगे।
समारोह में पतंजलि के स्टॉल के लिए विशेष स्थान भी उपलब्ध कराया गया। पतंजलि के स्टॉल के प्रति कोरियाई लोगों उत्साह दिखया। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यहां पतंजलि के उत्पादों के प्रति लोगों में विश्वास तथा स्वीकार्यता है। प्रसन्नता की बात है कि दक्षिण कोरिया में अधिकांश लोगों को पतंजलि के उत्पादों के विषय में पहले से ही जानकारी है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह कौतूहल का विषय है कि यहां के लोग पतंजलि दंतकांति व अन्य बहुत सारे उत्पाद पहले से ही प्रयोग करते हैं।
समारोह में वैलनेस वाॅक व योग का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रमों के सफल समन्वय का कार्य सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ के यूनिवर्सिटी रिसर्च कमेटी के वरिष्ठ सलाहकार डा.हीरो हित्तो ने किया। साथ ही सुभारती विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्य राज, हॉलिस्टिक मेडिसिन के निदेशक डा.रोहित रविन्द्र, जामनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा.हीराभाई पटेल, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष व प्रोफेसर तथा दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास के राजनयिक तथा डिप्टी चीफ आॅफ कमीशन निशीकांत सिंह उपस्थित रहे।

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