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हरिद्वार, 11 नवम्बर। अभिषेक नगर दादू बाग कनखल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथाव्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि अज्ञानता के कारण लोग अपने माता-पिता, सास ससुर और अपने बड़ों का सम्मान नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण घरों में बड़े बुजुर्ग दुखी मन से अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। श्रीमद्भागवत कथा से सभी के मन में ज्ञान आता है। साथ ही जीवन में परिवर्तन आता है और पता चलता है कि किस प्रकार से बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं के माध्यम से बताया है कि माता-पिता एवं सास ससुर एवं बड़ों का सम्मान करने से ही जीवन की समस्त विघ्न बाधाएं दूर होती हैं। शास्त्री ने बताया कि भागवत कथा आयोजन एवं भागवत कथा श्रवण करने से बच्चों के जीवन में परिवर्तन आता है।
संस्कारों की प्राप्ति होती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में निरंतर भागवत कथा श्रवण एवं आयोजन करते रहना चाहिए। मुख्य यजमान राज्य मंत्री सुनील सैनी, पारस सैनी, अलका सैनी, राघवी सैनी, गुलशन अदलखा, शशि अदलखा, राकेश अग्रवाल, निशा गुप्ता, मधु अग्रवाल, पूनम मिश्रा, कल्पना, अंजना शर्मा, प्रतिभा अग्रवाल, शांति दर्गन, भावना गोयल, प्रेम, अंजलि अग्रवाल आदि ने भागवत पूजन किया।


