राकेश वालिया
हरिद्वार, 1 मई। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि भोजन प्रत्येक व्यक्ति की सबसे बड़ी आवश्यकता है। लाॅकडाउन के चलते रोजगार नहीं रहने से दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करने वाले मजदूरों के सामने बेहद विषम परिस्थितियां उत्पन्न हो गयी हैं। भोजन की तकलीफ झेल रहे चण्डीघाट क्षेत्र में रहने वाले दो हजार मजदूरों की मदद के लिए श्री दक्षिण काली मंदिर की ओर से विशेष रूप से शुरू किए गए विराट अन्न क्षेत्र के माध्यम से प्रतिदिन सभी को दोनो समय का भोजन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मां दक्षिण काली परिवार सेवा के लिए सदैव तत्पर है। इस पुनीत कार्य में मंदिर के सभी संत व सेवक निस्वार्थ भाव से मदद कर रहे हैं।
कोरोना वायरस का फिलहार कोई उपचार नहीं है। ऐसे में इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लाॅकडाउन के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं था। पूरी दुनिया के साथ भारत में भी लाॅकडाउन करना पड़ा। लाॅकडाउन होने से इस घातक वायरस का प्रसार रोकने में काफी सफलता मिली है। लेकिन दूसरा पहलू गरीब मजदूरों को हो रही परेशानियों के रूप में सामने आया है। ऐसे में सभी को जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। गरीब जरूरतमंद की सेवा करने व उन्हें भोजन कराने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं। जिससे परिवारों मे ंसुख समृद्धि का वास होता है। महाराष्ट्र के पालघर के बाद उत्तर प्रदेश में दो संतों की हत्या पर उन्होंने कहा कि साधु संतों का सम्मान होना चाहिए।
संतों की हत्या को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके लिए सरकारों को कठोर से कठोर कदम उठाते हुए दोषियों को कड़ा दण्ड दिलाना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी राधाकांताचार्य, स्वामी अनुरागी महाराज, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, पंडित शिवकुमार शर्मा, स्वामी लालबाबा, स्वामी विवेकानंद ब्रह्मचारी, अंकुश शुक्ला, बालमुकुन्दानंद ब्रह्मचारी आदि मौजूद रहे।