अमरीश
हरिद्वार, 13 जनवरी। चाइनीज प्लास्टिक मांझे की बिक्री और उपयोग पर रोक लगाए जाने के लिए अधिवक्ताओं और समाजसेवियों ने जिलाधिकारी ज्ञापन दिया। ज्ञापन में चाइनीज प्लास्टिक मांझे से होने वाली जनहानि से अवगत कराते हुए इसकी बिक्री और उपयोग पर पूर्णतः रोक लगाने तथा बिक्री करने वालों पर सख्त से सख्त दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की गई है। वरिष्ठ समाजसेवी एवं अधिवक्ता सचिन बेदी ने कहा कि चाईनीज मांझा प्रत्येक दृष्टि से बेहद खतरनाक एवं हानिकारक है।
प्रतिवर्ष कई लोग व पक्षी इस मांझे की चपेट में आकर हादसे का शिकार हो जाते हैं तथा गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं। मांझे में उलझकर अनेकों पशु-पक्षीयों की जान भी चली जाती हैं। चाईनीज मांझा निरंतर जन जीवन को हानि पहुंचा रहा है। प्रतिबंधित होने के बावजूद भी चाईनीज मांझा बाजारों में आसानी से उपलब्ध हो जाता है और बेरोक-टोक धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। अधिवक्ता सोनू राणा, दीपक धीमान, अतुल कुमार ने कहा कि चाईनीज मांझा पर्यावरण के छोटे बच्चों के लिए भी बेहद खतरनाक है। इसलिए इसका प्रयोग रोका जाना चाहिए।
अनिल कुमार, अतुल कुमार व जितेंद्र चौहान ने कहा कि चाइनीज मांझे के विरुद्ध अभियान चलाया जाना चाहिए और मांझे की बिक्री करने वालों को चिह्नित कर उनसे मांझा जब्त कर उनके विरूद्ध कठोर से कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में अधिवक्ता सचिन बेदी, संदीप सतपुरिया, बृजपाल सिंह, अतुल कुमार, अनिल कुमार, सोनू राणा, दीपक धीमान, राम कुमार, जितेंद्र चैहान, श्रीमति रंजना सिंह, लक्ष्मी, प्रेम देवल, रोहिताश शर्मा, संदीप कश्यप, मुकेश कुमार आदि अधिवक्ता शामिल रहे।