हरिद्वार, 12 मार्च। लघु व्यापारियों ने पुल जटवाड़ा, सेक्टर-2 बैरियर व बेलवाला चंडीघाट मार्ग पर वेडिंग जोन बनाए जाने की कार्रवाई शुरू किए जाने पर लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा की अगुवाई में बेल वाला ग्राउंड से बिरला चौक तक पैदल मार्च प्रदेश सरकार व नगर निगम प्रशासन का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड फेरी नगरीय व्यवसाय आजीविका मिशन (फेरी व्यवसाय विनियमन) नियमावली- 2016 के क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरू किए जाने लघु व्यापारियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से लघु व्यापारी अपनी न्यायसंगत मांगो के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
जिसके परिणाम स्वरूप उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के सभी नगर निगमो, नगर निकायों, नगर पालिकाओं में फेरी समितियों का गठन कर फेरी नीति नियमावली को लागू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी के तहत हरिद्वार नगर निगम द्वारा राज्य सरकार के निर्देशन में फुटपाथ के रेहड़ी, पटरी के लघु व्यापारियों को स्थापित किये जाने की कार्रवाई शुरू की गयी है। इसके तहत प्रथम चरण में तीन स्थानों पर वेडिंग जोन स्थापित किए जा रहे हैं। दूसरे चरण में भूपतवाला, पावन धाम, भीमगोडा, पंतदीप पार्किंग आदि क्षेत्रों में वैंडिंग जोन स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन द्वारा फुटपाथ पर व्यवसाय कर आजीविका कमाने वाले लघु व्यापारियों के हित में वेडिंग जोन स्थापित किए जाने की प्रक्रिया शुरू किए जाने पर नगर निगम प्रशासन बधाई का पात्र है। जिला अध्यक्ष भूपेंद्र राजपूत, मोहनलाल पाल, जयसिंह बिष्ट ने कहा कि नगर निगम प्रशासन द्वारा 2018 के सर्वे के अनुसार चिन्हित किए गए लगभग 5000 लघु व्यापारियों में से 550 लघु व्यापारी अलग-अलग क्षेत्रो से नगर निगम में पंजीकरण करा चुके हैं।
पंजीकृत लघु व्यापारियों को वैंडिंग जॉन में स्थापित किये जाने की प्रक्रिया शुरू होने से सभी लघु व्यापारी उत्साहित है। इस दौरान छोटेलाल शर्मा, प्रभात चौधरी, वीरेंद्र सिंह, ओमप्रकाश भाटिया, राजकुमार अन्थोनी, राजकुमार अरोड़ा, तस्लीम अहमद, धर्मपाल, श्याम जीत, बालकिशन कश्यप, यामीन अंसारी, अमरीक सिंह, रोहित शेट्टी, सतीश प्रजापति, कुंदन सिंह, राजू जैन, साधुशरण, खुशीराम, बलराम सिंह, पवन शर्मा, मुकेश कश्यप, आलम अंसारी, चुन्नू चौधरी, सुमित्रा देवी, सुमन गुप्ता, आशा देवी, पुष्पा दास, मंजू पाल, संगीता चौहान, बिमला देवी आदि लघु व्यापारी प्रमुख रूप से शामिल रहे।