सन्नी वर्मा
किसानों की दशा सुधारने के लिए लागू की जाएं स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें-ठाकुर भानु प्रताप सिंह
हरिद्वार, 14 जून। अलकनंदा मैदान पर भाारतीय किसान यूनियन भानु की उत्तराखण्ड इकाई द्वारा आयेाजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल बाद भी किसान की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ है। आज भी किसान शोषण व उत्पीड़न का शिकार है। किसान को फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। कर्ज के बोझ तले दबा किसान आत्महत्या कर रहा है।
किसान की दुर्दशा के प्रति केंद्र व तमाम राज्य सरकारें उदासीन बनी हुई हैं। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि किसान की दशा में सुधार हो इसके लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं। किसान आयोग का गठन किया जाए। किसान को फसल का उचित दाम मिल सके। इसके लिए एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन भानु 40 साल से किसानों के हितों के लिए संघर्ष कर रही है। किसानों का शोषण व उत्पीड़न कतई सहन नहीं किया जाएगा।
किसान हितों के लिए किसी भी स्तर पर संघर्ष करने से संगठन पीछे नहीं हटेगा। उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष अविनाश कुमार चौहान ने कहा कि किसान देश की अर्थवयव्स्था की रीढ़ है। देश की 70 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है। इसके बावजूद किसान उपेक्षा का शिकार है। अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किसानों को आंदोलन का सहारा लेना पड़ता है। सरकारों को किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए किसान आयोग का गठन करना चाहिए। जिससे किसानों की समस्याएं दूर हो सकें।
सम्मेलन को राष्ट्रीय महासचिव रामेश्वर प्रसाद, यूपी प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर योगेश प्रताप सिंह, नितिन चौघरी नीलू, परविंदर चौधरी, इखलाख खान, समीर, कुर्बान अली, सुधांशु चौधरी, आरिफ खान, माया कश्यप, नाथी चौधरी, मुकेश चौधरी, मुनेश चौधरी, मुकेश चौधरी, चौधरी गजब सिंह, चैधरी पहल सिंह आदि पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।