कमल खड़का
हरिद्वार, 11 जून। हिंदी के सुपरचित कवि निलय उपाध्याय का हरिद्वार आने पर समाजसेवी डा.विशाल गर्ग ने फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान कवि निलय उपाध्याय ने अपनी पुस्तक ‘प्रलय के मुहाने पर पाताल लोक‘ विशाल गर्ग को भेंट की। स्वागत करते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा कि ‘अकेला घर हुसैन का‘, ‘कटौती और जिबह वेला‘ जैसी रचनाओं के रचनाकार बिहार में जन्मे निलय उपाध्याय हिंदी के उत्कृष्ट कवि हैं। निलय उपाध्याय के दो उपन्यास अभियान और वैतरनी भी प्रकाशित हो चुके हैं।
वर्तमान में मुंबई में रह रहे निलय उपाध्याय पटकथा लेखन से भी जुड़े हैं। देवों के देव महादेव सहित कई सीरियल और फिल्मों का लेखन भी कर चुके हैं। हाल में इनका लिखा नाटक पाॅपकाॅर्न विद परसाई काफी लोकप्रिय हुआ है। हाल ही उन्होंने दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित तीसरा उपन्यास पहाड़ लिखा है। जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। विशाल गर्ग ने कहा कि निलय उपाध्याय प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। ऐसे महान रचनाकर का धर्मनगरी में आना गौरव का विषय है।
कवि निलय उपाध्याय ने कहा कि आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार देश दुनिया को अपनी ओर से आकर्षित करती है। मां गंगा के तटों पर लोगों को शांति मिलती है। कलकल बहने वाली मां गंगा श्रद्धालुओं का कल्याण करती है। देवों की भूमि संत महापुरूषों की तपस्थली है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की नैसर्गिक सुन्दरता विदेशियों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है।
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