अमरीश
हरिद्वार, 20 अप्रैल। धर्मनगरी हरिद्वार में मंगलवार को दुर्गा अष्टमी का पर्व मनाया गया। नवरात्रों में अष्टमी तिथी पर महागौरी का पूजन व व्रत करने का विधान है। नवरात्र व्रत रख रहे श्रद्धालुओं ने महागौरी का पूजन कर कंजकाओं को भोजन व दक्षिणा प्रदान कर परिवार के लिए मंगल कामना की और व्रत का पारायण किया। कंजका पूजन में बालिकओं के साथ लांगूर के रूप में एक बालक को भी सम्मिलित किया गया। लांगूर को भी कंजकाओं के साथ भोजन कराया कराया गया और दक्षिणा प्रदान की गयी। हालांकि कोरोना वायरस के लगातार सामने आ रहे मामलों के चलते अष्टमी पर होने वाले कंजका पूजन की हमेशा होने वाली रौनक व धूमधाम दिखाई नहीं दी।
मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ दिखाई नहीं दी। शिवलोक कालोनी निवासी समाजसेवी कमल खड़का ने व्रत का पारायण करते हुए देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों के प्रतीक के रूप में खुशी, मीठी, अनुष्का, जाहन्वी, खुशबू, अलक, महक, प्रियांशी, राशिका, काव्या, अपराजिता आदि कन्याओं के साथ लांगूर के रूप में अभिनन्दन, अंश, अभिषेक, युवी का तिलक कर पूजन किया और भोजन कराया और दक्षिणा प्रदान की। कमल खड़का ने कहा कि मां दुर्गा के नवरात्र सभी को बालिकाओं के संरक्षण, संवर्द्धन के लिए सहयोग करने की प्रेरणा भी देते हैं। देवी स्वरूपा कन्याओं के पूजन के साथ सभी को उनकी सुरक्षा, शिक्षा व प्रगति के समान अवसर प्रदान करने का संकल्प भी लेना चाहिए। यही व्रत की सार्थकता है।