कमल खडका
हरिद्वार, 14 सितम्बर। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने सरकार से मांग की है कि हरकी पैड़ी पर बहने वाली गंगा जल की अविरल धारा को लेकर चल रहे विवाद को समाप्त कर पूर्व की भांति गंगा घोषित किया जाए। हरकी पैड़ी पर बहने वाली गंगा जल की धारा को लेकर चल रहे विवाद की वजह से देश भर के श्रद्धालु भ्रमित हो रहे हैं।
श्रद्धालुओं की भावनाएं भी आहत हो रही हैं। सरकार को लाखारों करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए गंगा को गंगा ही रहने दिया जाना चाहिए। आदि अनादि काल से हरकी पैड़ी बहने वाली जलधारा की पहचान मां गंगा के रूप मे रही है। देश विदेश से लाखों श्रद्धालु इस पवित्र जलधारा में स्नान कर स्वयं को धन्य समझते हैं।
लेकिन निजी स्वार्थो के चलते मां गंगा के नाम से छेड़छाड़ की जा रही है। पहले गंगा को स्केप चेनल बताया गया। उसके बाद अब देवधारा घोषित कर दिया गया है। गंगा के नाम से चल रहा छेड़छाड़ का यह सिलसिला बंद होना चाहिए। सनातनी हिन्दुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को अपना मत स्पष्ट करते हुए मां गंगा के नाम पर हो रही राजनीति पर विराम लगाना चाहिए।
पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शास्त्रों में वर्णित पौराणिक उल्लेखों के अनुरूप ही मां गंगा की पहचान बनी रहनी चाहिए। सरकारें बार बार नाम बदलकर श्रद्धालुओं को भ्रमित करने का जो प्रयास कर रही हैं। वह उचित नहीं है। हिन्दुओं की पार्टी के रूप में पहचान रखने वाली भाजपा सरकार को इस संबंध में तत्काल जनभावनाओं का सम्मान करते हुए हरकी पैड़ी पर बह रही जलधारा का नाम देवधारा के बजाए मां गंगा किया जाए।