कमल खडका
हरिद्वार, 6 नवंबर। उत्तर प्रदेश के थाना बहजोई जिला सम्भल में 22 अक्टूबर 2020 को जमीनी विवाद में हुई हत्या में हरिद्वार के प्रसिद्ध व्यापारी निवासी शिव रत्न केन्द्र गऊ घाट सुभाष शर्मा को नामजद किये जाने पर सुभाष शर्मा लगातार मानसिक परेशानियों से जूझ रहे है। सुभाष शर्मा का कहना है उत्तर प्रदेश पुलिस उन्हें यूपी में हुई हत्या में झूठा फंसा रहे है। उत्तर प्रदेश पुलिस आरोपियों के साथ षड़यंत्र कर मेरे भाई उमेश शर्मा व भतीजा अन्नू शर्मा को हत्या के आरोप में घर पर सो रहे दोनों को गिरफ्तार कर अब मुझे हत्या में गिरफ्तार करने की भरपूर कोशिशें कर रही है।
सुभाष शर्मा ने बताया कि जिस दिन उस युवक की हत्या हुई वह प्राचीन काली मंदिर भीमगोडा में रोज की भांति पूजा अर्चना में हिस्सा ले रहे थे। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस को अवगत कराने के पष्चात भी उत्तर प्रदेश पुलिस मेरी व मेरे परिवार की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मोबाईल लोकेशन की जांच करे तो दूध का दूध व पानी का पानी हो सकता है लेकिन हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले लोग उत्तर प्रदेश में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं। जिसके चलते पुलिस दबाव में आकर हत्या के झूठे मुकदमें में मेरे भाई व भतीजों को गिरफ्तार करने के पश्चात मुझे भी इस हत्या में फंसाने की पूरी कोशिशें कर रही है।
सुभाष शर्मा ने मुख्यमंत्री, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी हरिद्वार से उत्तर प्रदेश में हुई हत्या की निष्पक्ष जांच व हत्या का षड़यंत्र रचने वाले लोगों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग के साथ सहयोग की अपील की। सुभाष शर्मा का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस हत्या की जांच में किसी भी प्रकार कोई सहयोग नहीं कर रही है। रसूखदार लोगों के दबाव में आकर मुझे व मेरे भाई व भतीजे का नाम हत्या में षड़यंत्र के तहत घसीटा जा रहा है। उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री व पुलिस के आला अधिकारियों से सहयोग व उत्तर प्रदेश में हुई हत्या की निष्पक्ष जांच व न्याय दिलाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि हत्या का षड़यंत्र रचने वाले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पकड़ रखते हैं जिसके चलते पुलिस हमारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। सुभाष शर्मा ने यह भी बताया कि जिस युवक की हत्या हुई उसके परिवार व उससे उनका कोई लेना देना नहीं है ना ही कोई विवाद है जमीन के चक्कर में मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भी पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई।