तनवीर /अमरीश
राव आफाक अली पर स्वयं को अध्यक्ष बताए जाने का आरोप लगाने को लेकर हुआ हंगामा
उपाध्यक्ष राव आफाक अली व सदस्य बिजेंद्र चौधरी के बीच हुई जमकर बहस
हरिद्वार, 7 नवंबर। विकास कार्यो को गति देने के लिए शनिवार को आयोजित की गयी जिला पंचायत बोर्ड की बैठक हंगामेदार रही। हंगामे की शुरूआत जिला पंचायत सदस्य बिजेंद्र चैधरी द्वारा वरिष्ठ सदस्य व उपाध्यक्ष राव आफाक अली पर स्वयं को जिला पंचायत अध्यक्ष बताए जाने का आरोप लगाए जाने से हुई।
बिजेंद्र चौधरी ने बैठक में आरोप लगाते हुए कहा कि कमिश्नर से मुलाकात करने गए राव आफाक अली ने स्वयं को जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान उनके द्वारा जो विजिटिंग कार्ड प्रयोग किया गया।
उस पर जिला पंचायत अध्यक्ष पदनाम दर्ज है। जबकि वर्तमान में सुभाष वर्मा जिला पंचायत के निर्वाचित अध्यक्ष हैं। बिजेंद्र सिंह ने कहा कि राव आफाक अली का इस तरह स्वयं को अध्यक्ष बताया जाना उचित नहीं है। उन्होंने राव आफाक अली का विजिटिंग कार्ड दिखाते हुए उनसे खेद प्रकट करने की मांग की। राव आफाक अली ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि कार्ड का मुद्दा उठा रहे सदस्य पहले से ही उनका विरोध करते रहे हैं। विजिटिंग कार्ड उस समय का है जब वे जिला पंचायत अध्यक्ष थे। उसी समय उन्होंने कार्ड दिया होगा।
जिसे बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है। इसको लेकर राव आफाक अली व बिजेंद्र सिंह के बीच तीखी बहस हुई। बिजेंद्र चौधरी राव आफाक अली के खिलाफ बैठक में निंदा प्रस्ताव लाने की मांग करने लगे। इसके लेकर फिर से दोंनों के बीच तीखी बहस शुरू हुई हो गयी। दोनों अपनी अपनी सीट से खड़े होकर एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। हंगामा बढ़ता देख झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल और अन्य सदस्यों ने मामले को जैसे तैसे शांत किया। इसी दौरान राव आफाक अली ने जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा और बिजेंद्र सिंह की सदस्यता को लेकर सवाल उठा दिया।
इस पर फिर से हंगाम हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने भी इस पर कड़ा एतराज किया। उन्होंने कहा कि बौर्ड बैठक में इस तरह की भाषा का प्रयोग उचित नहीं है। बैठक में मौजूद सुबोध राकेश, भूप सिंह, अमित सैनी, नूरहसन आदि सदस्यों ने मामले को शांत कराने का प्रयास किया। अध्यक्ष सुभाष वर्मा व झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने हस्तक्षेप करते हुए राव आफाक अली व बिजेंद्र चौधरी को समझा बुझाकर हंगामा शांत कराया। इसके बाद बैठक सुचारू रूप से चल सकी। बैठक में गन्ने का भाव बढ़ाने, कुंभ निधि से सड़कों का निर्माण कराने सहित विकास कार्यों से संबंधित पांच प्रस्ताव पास किए गए। बैठक का संचालन अपर मुख्य अधिकारी एमएस राणा ने किया।