अमरीश
हरिद्वार, 1 मई। आउटडोर फोटोग्राफर मंच के संयोजक भीमसेन रावत ने प्रदेश सरकार का लाॅकडाउन के दौरान आउटडोर फोटोग्राफर व्यवसायियों पर ध्यान दिलाते हुए मांग की कि किसान सम्मान निधि की तर्ज पर फोटोग्राफर व्यसायियों को भी राहत प्रदान की जाए। फोटोग्राफर व्यवसायी अपने घरों, दुकानों व हरकी पैड़ी गंगा घाटों से अपनी रोजी रोटी अर्जित करते हैं। लेकिन लाॅकडाउन के कारण हजारों की संख्या में फोटोग्राफर व्यवसायी अपना रोजगार नहीं कर पा रहे हैं।
बंद के कारण विवाह समारोह, जन्मदिन, शुभ मांगलिक कारण पूर्ण रूप से बंद हो चुके हैं। ऐसे में फोटोग्राफर व्यवसायियों के समक्ष परिवारों का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है। परिवार आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। कई फोटोग्राफर परिवार भूखों मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं। भीमसेन रावत ने राज्य सरकार से व्यवसायियों को नकद राहत राशि देने की मांग की। उन्होंने कहा कि कई माह तक कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बड़े आयोजनों पर सरकार द्वारा रोक लगा दी गयी है। जिससे फोटोग्राफरों के समक्ष रोजी का संकट खड़ हो गया है। गंगा घाटों पर यात्रीयों की फोटोग्राफरी करने वाले फोटोग्राफर भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। ऐसे में सरकार व प्रशासन को फोटोग्राफर व्यवसायियों की सुध लेनी चाहिए।
भीमसेन जोशी ने फोटो जर्नलिस्ट व लघु समाचार पत्रों में छाया चित्र व समाचार संकलन का कार्य कर रहे छायाकारों व संवाददाताओं को भी राहत राशि दिए जाने की मांग की। जल्द ही फोटोग्राफर व्यवसायियों की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी भेजा जाएगा। फोटो लैब संचालक जितेंद्र अरोड़ा, ललित ममगाई व शम्मी शर्मा ने कहा कि धर्मनगरी में फोटोग्राफी व्यवसायियों का बहुत बड़ा परिवार है। आउटडोर फोटोग्राफी पर ही सभी का रोजगार टिका हुआ है। लाॅकडाउन के चलते संपूर्ण आयोजनों पर रोक लग जाने से फोटोग्राफर व्यवसायी अपनी रोजी रोटी से आर्थिक हानि झेल रहा है। सरकार को जल्द से जल्द इन व्यवसायियों के लिए राहत राशि की घोषणा करनी चाहिए।
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