पीपी एवं बोनस भुगतान की मांग को लेकर भेल श्रमिकों यूनियनों ने दिया महाप्रबंधक को ज्ञापन

Haridwar News
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कमल खडका


हरिद्वार, 18 अक्टूबर। भेल की हीप एवं सी.एफ.एफ.पी. की 3 श्रमिक यूनियनों ने कर्मचारियों की पीपी, बोनस, टर्म इन्शयोरेंस, मृतक आश्रितों को नौकरी, इंसेंटिव स्कीम आदि मांगों को लेकर महाप्रबंधक मानव संसाधन के माध्यम निदेशक मानव संसाधन को ज्ञापन प्रेषित किया। मांगों को लेकर श्रमिक यूनियनों द्वारा मेन गेट पर प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। लेकिन भारी बारिश व मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए श्रमिक यूनियनों ने ज्ञापन प्रेषित करने का निर्णय लिया।

ज्ञापन सौंपने के दौरान हैवी इलैक्ट्रिकल्स् वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि भेल प्रबन्धन और केन्द्रीय नेताओं की आपसी साँठगाँठ से कोरोना की आड़ में मजदूरों को दो साल से बोनस, पी.पी. का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूरों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं नाईट एलाउंस, कैन्टीन सब्सिडी, व्हीकल सब्सिडी आदि में या तो कटौती कर दी या तो बंद कर दिया गया।

जबकि अधिकारियों को मिलने वाली मोबाइल खरीदने की सुविधा व इसका बिल, फर्नीचर, कर्टसी आदि में किसी भी प्रकार की कोई भी कटौती नहीं की गई है। 9 अक्टूबर 2020 को करोना महामारी में जबकि कम्पनी लॉस में थी, करोड़ों रूपयों का पी.आर.पी. बाँट दिया गया। परन्तु प्रबन्धन ने कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2019-2020 एवं 2020-2021 के पी.पी. एवं बोनस देने के लिए अभी तक संयुक्त समिति की बैठक नहीं बुलाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्रीय नेता भेल प्रबन्धन से निजी लाभ लेकर मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती करा रहे है। भेल कॉरपोरेट प्रबन्धन दिल्ली में दीपावली से पूर्व संयुक्त समिति की बैठक पूर्व की भाँति बुलाकर 1 नवम्बर 2021 को उपरोक्त दोनों वर्षों के पी.पी., बोनस का भुगतान करें।

हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि यूनियन के मान्यता के चुनाव हुये 5 वर्ष से अधिक हो चुके है। लेकिन केन्द्रीय नेता कोरोना की आड़ लेकर भेल में मान्यता के चुनाव होने नहीं दे रहे है। जबकि पूरे भारतवर्ष में लोक सभा, विधान सभा, नगर निगम, नगर पंचायत आदि के चुनाव हो रहे है और यही नेता उन चुनावों बड़ी बड़ी जनसभायें कर रहे है। भेल प्रबन्धन को लोकतान्त्रिक प्रक्रिया का पालन करते हुये तत्काल भेल में यूनियनों के मान्यता के चुनाव कराने चाहिये।

सी.एफ.एफ.पी. श्रमिक यूनियन के महामंत्री अमित गोगना ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उपनगरी में भेल प्रबन्धन की नाकामी के कारण टाऊनशिप में चोरियों की घटनाओं में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। सैकड़ों क्वार्टरों में बिजली के पंखे, विद्युत उपकरण, नल, दरवाजे आदि तथा सेक्टर 2 व 4 की डिस्पेंसरी और सुपरवाईजर हॉस्टल में भी लाखों की चोरियाँ हो चुकी है। एच.आर.डी.सी. में भी दो बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं।

भेल प्रबन्धन द्वारा चोरी की घटनाओं पर गंभीरता ना दिखाने के कारण चोरों ने हाल ही में हाइड्रो के जनरेटर में ताँबे की बार चोरी करके करोड़ों रूपयों का नुकसान कर दिया है। भेल प्रबन्धन दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करते हुये उनसे कम्पनी को होने वाले नुकसान की भरपाई सुनिश्चित करें। सेन्ट्रल फॉउण्ड्री फोर्ज वर्कर्स यूनियन के महामंत्री जय शंकर ने कहा कि पाँचवें फेस की लॉटरी निकले हुये लगभग 17 वर्ष से अधिक हो चुके है। यह मामला कोर्ट में लम्बित पड़ा हुआ है। जिसके कारण से कर्मचारियों को भूमि का आवंटन नहीं हो पा रहा है। हम भेल प्रबन्धन से पुरजोर माँग करते है कि वर्ष 2005 में आवेदकों एवं वर्तमान में जो भी कर्मचारी सेवारत है, इस फेस की जमीन पर उन सभी को मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाकर आवास आवंटित किए जाये।

ज्ञापन देने वालों में अशोक सिंह, बलवीर सिंह रावत, राकेश मालवीय, कामता प्रसाद, संतोष यादव, अजीत पाल वीरेंद्र भदोरिया,अरविंद मावी, नवीन कुमार, हरिहर प्रसाद, हरीश साहू, संदीप जोशी, विजय यादव, सत्येंद्र प्रताप, आदि कर्मचारी शामिल रहे।

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