अमरीश
हरिद्वार, 5 अप्रैल। श्री राधा रसिक बिहारी मंदिर रामनगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का श्रवण कराते हुए बताया कि श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के पीछे रहस्य छिपे हैं। जिन्हें समझना जरूरी है। बृजवासी मथुरा जाकर सारा दूध, दही और मक्खन बेच आते थे। बृजवासी बालकों को दूध दही मक्खन नहीं मिल पाता था। जिससे वे बहुत ही ज्यादा दुबले-पतले और कमजोर थे। जबकि मथुरा में कंस एवं कंस के जितने भी साथी राक्षस थे। सब दूध दही मक्खन खाकर पहलवान हो रहे थे। श्रीकृष्ण ने योजना बनाई गोपिकाओ के घरों में जाकर बृजवासी बालकों को दूध दही माखन खिलाया जाय।
जिससे बालकों का बाल बढ़े और राक्षसों का बल घटे। इसके बाद श्रीकृष्ण ने बृजवासी बालकों के साथ अघासुर, बकासुर, केसी, कंस जैसे अनेकों राक्षसों का संहार किया। शास्त्री ने बताया कि इसी गोपियों के संग चीर हरण लीला के पीछे प्रयोजन यह था कि गोपिकाएं जब जमुना में स्नान करती थी तो कंस के राक्षस छुप-छुप कर गोपीकाओ को देखते थे और पकड़ कर उनके साथ अभद्र व्यवहार करते थे। चीरहरण के माध्यम से कन्हैया ने सभी को शिक्षा दी कि स्नान करते समय, दान देते समय, सोते समय ,चलते फिरते समय बिना वस्त्रों के नहीं रहना है।
चीरहरण के पीछे उनकी एक ही मनसा थी राक्षसों से गोपीलाओ की रक्षा हो। शास्त्री ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने जितनी भी लीलाएं की उन सब के पीछे कुछ न कुछ रहस्य छुपा हुआ है। इस अवसर पर मुख्य यजमान भागवत परिवार संयोजक चिराग अरोड़ा, पूर्व पार्षद रेणु अरोड़ा, किन्नर अखाड़ा महामंडलेश्वर मोनिका, रिंकू शर्मा, महेंद्र शर्मा, देवेंद्र ब्रह्म, शिवम ब्रह्म, सुमन चैहान, रोजी अरोड़ा, कोमल शर्मा, गौरव शर्मा, संजीव चैहान, बंटी अरोड़ा, नेहा जोशी, दीप्ति भारद्वाज, मनोज भारद्वाज, अखिलेश भारद्वाज, सुनीता भारद्वाज, बीना शर्मा, हरिनारायण शर्मा, कल्पना ठाकुर, बॉबी कनक ठाकुर, रीना जोशी, कमलेश अरोड़ा, रोजी अरोड़ा, अनु शर्मा, रिंकू शर्मा, मोनिका विश्नोई, कल्पना शर्मा, जूही शर्मा, शिक्षा राणा, शीतल मलिक, रश्मि गोस्वामी, शिमला उपाध्याय, राजू, रिंकी भट्ट, संध्या भट्ट, विमल भट्ट, पुष्पा सेठ, मुखारी देवी आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।