अमरीश
हरिद्वार, 8 मई। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में दुर्गा मंदिर श्याम नगर कॉलोनी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के षष्टम दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को गौ सेवा करनी चाहिए। गौ माता के भीतर तेतीश कोटि देवी देवताओं का वास माना जाता है। गौमाता की सेवा करने से समस्त देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। भगवान श्रीकृष्ण भी गौ सेवा करते थे। जब तक भगवान श्री कृष्ण वृंदावन में रहे तब तक भगवान श्रीकृष्ण ने चरण पादुका धारण नहीं की। एक बार मैया यशोदा ने कृष्ण से कहा कि कृष्ण तुम नंगे नंगे पैर गौ चारण के लिए वन में जाते हो।
तुम्हारे पैरों में कंकड़ पत्थर काटे चुभ जायेंगे, तुम चरण पादुका पहन लो, इस पर कृष्ण ने मैया यशोदा से कहा कि मैया मेरी गौ माता नंगे नंगे पैरों चलती है। यदि तुम मेरी गौ माता को भी चरण पादुका पहनाओ तो मैं भी चरण पादुका पहन लूंगा। नंद बाबा के पास नौ लाख गौ माता थी। ना ही मैया यशोदा नौ लाख गौ माता को चरण पादुका पहना पाई और ना ही कन्हैया ने चरण पादुका धारण की। श्रीकृष्ण ने हमेशा गौमाता को अपना इष्ट और आराध्य मान कर उनकी सेवा की। इसलिए प्रत्येक कृष्ण भक्त को गौमाता की सेवा अवश्य करनी चाहिए।
इस अवसर पर पंडित गणेश कोठारी, पंडित अभिषेक मिश्रा, डा.कल्पना चैधरी, डा.अमित चैधरी, हरीश अरोड़ा, हरजीत अरोड़ा ज्योति शर्मा, दीपक सेठ, नीलम सेठ, पवन मिगलानी, भूषण लाल शर्मा, संजय शर्मा, कमल खत्री, रितिका खत्री, हर्षा खत्री, ममता खत्री, पंकज अरोड़ा, श्रीमती फुलेश शर्मा, प्रज्ञा शर्मा, शांति दर्गन, विष्णु गौड, ममता शर्मा, सुनीता पाहवा, मधु मल्होत्रा, कोमल रावत, गुंजन जयसिंह, ज्योति शर्मा, वंदना जयसिंह आदि ने भागवत पूजन किया।