विक्की सैनी
हरिद्वार, 15 मार्च। महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि श्री विष्णु महापुराण कथा श्रवण के प्रभाव से साधक का जीवन बदल जाता है। कथा के प्रभाव से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। जीवन पवित्र व मंगलमलय हो जाता है। श्री हरि की कृपा से परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। श्री बंशी वाले बाबा आश्रम के तत्वावधान में पंतदीप मैदान में आयोजित श्री विष्णु महापुराण कथा के दौरान श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि जो व्यक्ति वेद तुल्य विष्णु महापुराण कथा का श्रवण तथा मनन करते हैं। उनका जीवन भवसागर से पार हो जाता है।
गंगा तट पर संतों के सानिध्य में श्री विष्णु पुराण कथा का श्रवण करने का दुलर्भ अवसर बेहद सौभाग्य से प्राप्त होता है। गंगा तट पर होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों में सम्मिलत होने वाले श्रद्धालु को सहस्त्र गुणा अधिक प्रतिफल प्राप्त होता है। महामण्डलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को आशीवर्चन प्रदान करते हुए कहा कि लोक कल्याण के लिए लीलाएं करने वाले श्री हरि का स्मरण करने मात्र से ही व्यक्ति सभी कष्टों से मुक्त हो जाता है। पवित्र मन से कथा का श्रवण करें व कथा से प्राप्त ज्ञान को जीवनचर्या में धारण करें। भगवान विष्णु की कथाएं लोककल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा भी देती हैं। गरीब, असहाय लोगों की मदद कर लोककल्याण में योगदान करें। बाबा बंशी वाले महाराज ने कहा कि पीड़ित मानवता के कष्ट दूर करने के लिए प्रत्येक युग में धराधाम पर अवतरित होने वाले भगवान विष्णु जन जन के आराध्य हैं। उनकी कथाएं तथा वे स्वयं अनंत हैं।
भगवान के निमित्त आयोजित श्री विष्णु महापुराण कथा व यज्ञ मानवता के लिए निश्चित रूप से कल्याणकारी होगी। स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्री विष्णु महापुराण कथा देवताओं को भी दुलर्भ है। जिसके प्रभाव से व्यक्ति के समस्त संताप नष्ट हो जाते हैं। कथा का श्रवण कर अपने जीवन को आनन्दमय बनाकर प्रभु श्री हरि के चरणों में समर्पित रहना चाहिए। ऐसा करने वाले व्यक्ति का जीवन स्वयं ही सफलता की ओर अग्रसर हो जाता है। इस अवसर पर स्वामी केशवानंद, स्वामी राधाकांताचार्य, स्वामी शिवानंद, स्वामी अनुरागी महाराज ने भी श्रद्धालु भक्तों को अपने आर्शीवचन प्रदान किए।
कथा में पधारे सभी संत महापुरूषों का विकास शर्मा, रविन्द्र त्यागी व मदन मोहन शर्मा ने फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर आचार्य पवन दत्त मिश्र, अंकुश शुक्ला, पंडित शिवकुमार शर्मा, पंडित प्रमोद पाण्डेय, विवेकानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुंदानंद ब्रह्मचारी, शकुन्तला देवी गोयल, सतीश गोयल, भूषण गोयल, निधि गोयल, भावना गोयल, सलोनी गोयल, सामर्थ गोयल, राघव गोयल, श्लोक गोयल, कमलेश जिंदल, देवराज जिंदल, ममता जिंदल, पंकज जिंदल, विपिन, सियाराम अग्रवाल, कृष्ण कुमार, सत्यपाल चौहान, अश्विनी गर्ग, पवन आदि उपस्थित रहे।
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