तनवीर
हरकी पोड़ी पर तीर्थ पुरोहितों के द्वारा हेमाद्रि संकल्प स्नान किया गया। वर्ष भर उपयोग होने के लिए यज्ञोपवीत एवं रक्षा सूत्रों का संधान एवं अभिसिंचन् किया गया। यज्ञोपवीत एवं रक्षासूत्र वर्ष भर होने वाले धार्मिक कार्यों में पुरोहितों के द्वारा प्रयोग किये जाते हैं।
गंगा सभा अध्यक्ष प्रदीप झा एवं महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा किदेवासुर संग्राम के समय भी इंद्र की शक्ति बढ़ाने के लिए इंद्राणी ने देवगुरु बृहस्पति से रक्षासूत्र का अभिसिंचन् करवाया था।
इंद्र की कलाई पर वह रक्षा बांधी गयी और तत्पश्चात देवो की विजय हुई। इस अवसर पर श्री गंगा सभा हरिद्वार के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, स्वागत मंत्री डॉ सिद्धार्थ चक्रपाणी, कोषाध्यक्ष यतीन्द्र सीखोला,प्रचार मंत्री गोपाल प्रधान,सचिव वीरेंद्र कौशिक, सचिव शैलेश मोहन,मनोज चाकलान, भुपेंद्र पटुवर,राजीव शर्मा,डॉ प्रशांत पालिवाल,अतुल कीर्तिपाल,सुरभित शर्मा,सुशील दत्त चाकलान,अमित झा,अरुण शर्मा,संजीव शास्त्री,शिवांश उपाध्याय, विभोर कौशिक आदि पुरोहित उपस्थित रहे।
श्रावणी उपाकर्म का कार्यक्रम विद्वत परिषद के सचिव आचार्य अमित शास्त्री ने सम्पन्न कराया।