अमरीश
हरिद्वार, 14 मई। कनखल स्थित रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में स्वामी नित्यशुद्धानंद, स्वामी दयाधिपानंद तथा जूना पीठाधीश्वर म.म.स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने तथा विश्वशांति की कामना के साथ 151 वेदपाठी ब्राह्मणों ने स्वस्तिवाचन व शांतिपाठ किया गया। बीइंग भगीरथ के संयोजक शिखर पालीवाल के संयोजन में मिशन की ओर से ब्राह्मणों को राशन किट प्रदान की गयी। बीइंग भगीरथ के सदस्यों ने सभी ब्राह्मणों को फलाहार कराया गया व आसन भेंट किए गए। म.म.स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शांतिपाठ व स्वस्तिवाचन पर्यावरण का शुद्ध करने का सबसे सशक्त माध्यम है। यज्ञ की अग्नि अवश्य ही कोरोना वायरस को देश से समाप्त करेगी। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के माध्यम से निराश्रितों की मदद करना प्रशंसनीय है।
प्रत्येक नागरिक को अपनी सहभागिता इस संकट में निभानी होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीरता से उपाय कर रही है। सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन देश की जनता को करना चाहिए। स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने कहा कि विश्व कल्याण हेतु शांतिपाठ व स्वस्तिवाचन अवश्य ही लाभकारी सिद्ध होगा। महापुरूषों के तप बल व प्रार्थनाओं से कोरोना समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि दीनदुखियों की मदद करने का अवसर मिला है। हमें मानव सेवा का संदेश समाज को देना चाहिए। स्वामी दयाधिपानंद महाराज ने कहा कि लाॅकडाउन में मिशन की ओर से लगातार जरूरतमंदों की मदद की जा रही है।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों जरूरतमंद परिवारों को राशन किट के साथ मास्क व सेनेटाइजर प्रदान किए गए हैं। इस अभियान में बीइंग भगीरथ के संयोजक शिखर पालीवाल अपनी टीम के सदस्यों के साथ मिलकर सहयोग कर रहे हैं। शिखर पालीवाल ने कहा कि मिशन का उद्देश्य मानव सेवा का संदेश देना है। जिससे अन्य लोगों को भी प्ररेणा मिल रही है। अब तक हजारों जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री वितरित की जा चुकी है। 151 ब्राह्मणों व तीर्थ पुरोहितों को खाद्य सामग्री के साथ साथ राहत राशि भी प्रदान की गयी है। अवश्य ही मानव सेवा में यह कार्य उल्लेखनीय है।