कमल खडका
हरिद्वार, 10, अक्टूबर। उपनगरी ज्वालापुर के विभिन्न वार्डो की सफाई व्यवस्था नही होने के कारण संक्रामक रोग फैलने की सम्भावनाए बनी हुई है। नगर निगम के अधिकारियों द्वारा वार्डो की सफाई को लेकर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। वार्डो मे डेंगू का खतरा भी बना हुआ है। वार्डो मे अब तक दवाईयों का कोई छिडकाव नही हो पा रहा है। अनेकों क्षेत्रों मे गंदगी पसरी हुई है।
मच्छर पनप रहे है। लेकिन नगर निगम के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नही दे रहे हैं। क्षेत्र के लोग बार बार नालियों, सडकों पर बहते सीवर, सफाई की मांग कर रहे है। लेकिन नियमित सफाई पटरी पर नही लौट रही है। अधुरे निर्माण कार्यो के कारण भी सफाई व्यवस्था पर असर पड रहा है। हाजी गुलजार अंसारी का कहना है कि नियमित सफाई व्यवस्था प्रभावित होने के कारण डेंगू का खतरा ज्वालापुर के वार्डो मे मंडरा रहा है।
गंदगी से प्रभावित क्षेत्रवासी नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे है। जनप्रतिनिधि भी अधिकारियों की लापरवाही का शिकार हो रहे है। कोटरवान मार्ग पर कूडे के ढेर लगे है। लेकिन नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी, इस ओर कोई ध्यान नही दे रहे है। क्षेत्रवासी अनीस पीरजी का कहना है कि डेंगू के प्रति अधिकारियों व विभिन्न पार्टियों के नेताओं द्वारा जागरूकता अभियान तो चलाए जा रहे है। लेकिन डेंगू पनपने के मूल कारणों से इतर होना सभी की लापरवाही को दिखा रहा है।
बहतें सीवर, चैक नालियां, सडकांे के कूडे का समाधान नही होने स संक्रामक रोगों के फैलने की सम्भावनओं से इनकार नही किया जा सकता है। गुलजार अंसारी का कहना है कि अधिकारी ज्वालापुर के वार्डो की उपेक्षा भी कर रहें है। अब तक उपनगरी ज्वालापुर के वार्डो मे डेंगू के प्रति जागरूकता अभियान ना होना अधिकारियों की दोहरी मानसिकता को दर्शा रहा है।
विभिन्न वार्डो में फैली अव्यवस्थाओं व सफाई का जायजा भी नगर निगम के अधिकारी नही ले रहे है। जबकि क्षेत्र के लोग नगर निगम द्वारा लगाए गए सभी टैक्स की अदायगी भी कर रहें है। उसके एवज में मात्र मूलभूत सुविधाए भी मयस्सर नही हो पा रही है। गंदगी के कारण वार्डो मे खूब मच्छर पैदा हो रहे है। मच्छरो की बढती संख्या ही डेंगू फैलने का मुख्य कारण होता है। मात्र सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाने से काम नही होगा। धरातल पर उतर कर काम करनें की आवश्यकता होती है।
फोटो नं.5-ज्वालापुर में सड़क किनारे लगा कूड़े का ढेर