अमरीश
कुंभ के दौरान आने वाली महाशिवरात्रि विशेष-श्रीमहंत भैरोगिरी
हरिद्वार, 11 मार्च। प्रथम शाही स्नान के सकुशल संपन्न होने पर आनन्द अखाड़े के वरिष्ठ संत शक्ति पीठ मोहमाया गुजरात के सचिव गंगा गिरी महाराज ने कहा कि शाही स्नान के लिए जाते संत महापुरूषों का स्थानीय जनता व बाहर से आए श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। वह अभूतपूर्व है तथा सनातन धर्म की विशेषताओं को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व सनातन धर्म का प्रमुख पर्व है। कुंभ के दौरान शिवरात्रि पर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
भाग्यशाली श्रद्धालुओं को ही कुंभ में गंगा स्नान का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला सनातन परंपरांओं का केंद्र बिन्दु है। समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश से छलकी अमृत की बूंदे जिन चार स्थानों पर गिरी। उनमें हरिद्वार तीर्थ का अपना विशेष महत्व है। मंहत गंगा गिरी महाराज ने कहा कि कंुंभ के दौरान अमृततुल्य गंगा जल में स्नान व आचमन करने से तन मन दोनों का शुद्धिकरण हो जाता है और व्यक्ति प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होता है।
श्रीमहंत भैरोगिरी महाराज ने कहा कि शिवरात्रि पर विधि विधान से भगवान शिव का अभिषेक व पूजा अर्चना तथा दान पुण्य करने से लाखों गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। 12 वर्ष में एक बार कुंभ के दौरान आने वाली महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दुर्लभ अवसर पर संत महापुरूषों के दर्शन व गंगा स्नान का अवसर शिवकृपा से ही श्रद्धालुओं को प्राप्त होता है। पेशवाई व शाही स्नान जुलूस के दौरान संतों के स्वागत के लिए उमडे लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति से अध्यात्म पथ और मजबूत हुआ है।
शाही स्नान को सकुशल संपन्न कराने पर उन्होंने मेला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संत महापुरूषों व मेला प्रशासन के समन्वय से कुंभ मेला दिव्य व भव्य रूप से संपन्न होगा। इस दौरान महंत शुभम गिरी बापू सहित कई संत मौजूद रहे।
फोटो नं.9-महंत गंगा गिरी महाराज व श्रीमहंत भैरोगिरी