तनवीर
हरिद्वार, 2 अक्तूबर। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकों व एवं छात्र छात्राओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलते देश सेवा का संकल्प लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल, प्रबंधक दीपक सिंघल एवं सरस्वती शिशु मंदिर रानीपुर के प्रधानाचार्य कमल सिंह रावत ने सामूहिक मां सरस्वती तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए विद्यालय की आचार्या सुमन त्यागी ने बताया कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाकर भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन से हमें सीख मिलती है कि परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, सत्य का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिये। आचार्या प्रतिभा ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के विषय में जानकारी देते हुए छात्र छात्राओं को बताया कि बेहद कठिन परिस्थितियों में शिक्षा पूरी करने वाले महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल को अपना आदर्श मानते थे।
महात्मा गांधी द्वारा दिए करो या मरो के नारों से वह काफी प्रभावित हुए और गांधी जी के साथ असहयोग आंदोलन में शामिल हो गए। जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। देश को आजादी मिलने के बाद प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद लाल बहादुर देश के प्रधानमंत्री बने। 1965 में भारत और पाकिस्तान के युद्ध दौरान उन्होंने भारतीय सेना को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत शांतिप्रिय देश है’ लेकिन यदि कोई देश भारत की सीमाओं का उल्लंघन करने का कोशिश करेगा तो उसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा भी दिया था।
प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन चरित्र का वर्णन करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। महात्मा गांधी ने कहा था कि सौम्य तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं और उन्होंने इसे करके भी दिखाया। वह अपने सिद्धांतों पर हमेशा खरे रहे और अपने तरीकों और विचारधाराओं से दुनिया को हिलाकर रख दिया। उनकी शिक्षाओं ने समाज पर प्रभाव डाला है। सभी को महात्मा गांधी एवम लाल बहादुर शास्त्री के जीवन चरित्र से अहिंसा, सच्चाई, ईमानदारी, क्षमा और दृढ़ता की सीख लेनी चाहिए।