राकेश वालिया
हरिद्वार, 20 मई। सेवा कार्यो में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे श्री राधा कृष्ण धाम के परमाध्यक्ष व पूर्व नगर पालिका चेयरमैन स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने बुधवार को संत समाज के सहयोग से सैकड़ों निराश्रित साधु व जरूरतमंद गरीबों को भोजन पैकेट के साथ आर्थिक मदद के रूप में दक्षिणा बांटी। स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। नर सेवा नारायण सेवा की भावना को साकार करते हुए सभी को गरीबों की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण किए गए देशव्यापी लाॅकडाउन के बाद संत समाज व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से गरीब, निराश्रितों की मदद के लिए शुरू की गयी भोजन सेवा अनवरत् रूप से जारी है।
महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि संतों का जीवन सदैव परमार्थ को समर्पित होता है। देश पर जब भी कोई संकट आया है संत समाज ने आगे बढ़कर देश व समाज की सेवा की है। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुए संकट की इस घड़ी में भी संत महापुरूषों द्वारा चलाए जा रहे सेवा प्रकल्पों के माध्यम कठिनाईयों में घिरे गरीब, मजदूर व निराश्रितों को मदद मिली है। संत समाज व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से राधा कृष्ण धाम द्वारा प्रतिदिन हजारों जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री के साथ साथ भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उत्तराखण्ड के मजदूरों के साथ दूसरे प्रदेशों के मजदूरों को भी समान रूप से मदद उपलब्ध कराकर स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने सेवा की मिसाल कायम की है।
म.म.स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि लाॅकडाउन में विभिन्न संस्थाओं द्वारा शुरू किए गए सेवा अभियान संपन्न होने के बावजूद संत समाज के सहयोग से स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी अपने सेवा प्रकल्प निरंतर संचालित कर गरीबों की मदद रहे हैं। उन्होंने कहा कि परस्पर सहयोग से ही देश दुनिया पर छाए इस संकट का सामना किया जा सकता है। महंत स्वामी अरूणदास महाराज ने कहा कि सेवा प्रकल्पों के माध्यम से स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी जिस प्रकार निरंतर गरीबों की मदद कर रहे हैं। उससे सभी को प्रेरणा मिल रही है। इस दौरान स्वामी उमेश मुनि, स्वामी केशवानंद, नितिन यादव, पार्षद महावीर वशिष्ठ, थानेश्वर शर्मा आदि मौजूद रहे।