श्रीमद् देवी भागवत कथा के श्रवण से होती है मोक्ष की प्राप्ति-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री

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अमरीश


हरिद्वार, 27 सितम्बर। श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में श्री परशुराम घाट पर आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा में श्रद्धालु भक्तों को दूसरे दिन की कथा का श्रवण कराते हुए कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि समस्त पुराणों को वेदव्यास ने लिखा। परंतु पुराणों में वर्णित कथाओं का श्रवण वेदव्यास के शिष्यों द्वारा कराया गया। श्रीमद् देवी भागवत कथा स्वयं वेदव्यास महाराज ने राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय को श्रवण कराई है।

कथा व्यास ने कहा कि समिक मुनि के श्राप से तक्षक नामक सर्प के डंसने से मृत्यु को प्राप्त हुए राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेयज को वेदव्यास द्वारा श्रीमद् देवी भागवत कथा श्रवण कराने के प्रभाव से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। जो इस कथा का श्रवण करता है। उसको मोक्ष की प्राप्ति होती है। श्रद्धालुओं को नवरात्र में देवी भगवती के पूजन का विधान बताते हुए कथा व्यास ने कहा कि नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी का पूजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि दक्ष यज्ञ में सती ने अपने शरीर का त्याग कर दिया और वे हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न हुई तब नारद के उपदेश से उन्होने भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए अत्यंत कठिन तपस्या की थी।

कठिन तपस्या के चलते उन्हें तपस्चारिणी अर्थात ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया। देवी को अर्पणा और उमा के नाम से भी पुकारा जाता है। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को देवी भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए एवं प्रत्येक स्त्री का सम्मान करना चाहिए। आज देखने में आ रहा है कि देश में स्त्रियों में अनेक प्रकार से अत्याचार किए जा रहे हैं। कहीं देवी स्वरूपा स्त्री के साथ बलात्कार हो रहा है। कहीं पर स्त्री को जलाया जा रहा है और कहीं पर मार कर गंगा में फेंका जा रहा है।

यदि देवी स्वरूपा स्त्रियों पर अत्याचार होंगे तो मां भगवती काली का रूप धारण करके आएगी और अत्याचारियों को संहार करेंगी। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि श्री अखंड परशुराम अखाड़ा प्रत्येक माता, बहन, बेटी की रक्षा और सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। कथा के दौरान श्री अखंड परशुराम अखड़ा के समस्त पदाधिकारियों ने दीपदान कर उत्तराखंड के बेटी अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि दी और उनके दोषियों को जल्दी से जल्दी से फांसी की सजा दिए जाने और रिसोर्ट में होने वाली गतिविधियों सहित पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।

मुख्य यजमान चांद गिरी ने व्यास पीठ का पूजन कर लोक कल्याण की कामना की। अश्वनी सैनी, रविकांत शर्मा, रोहित शर्मा, सत्यम शर्मा, सतीश प्रसाद शर्मा, सार्थक शर्मा, सुषमा शर्मा, विनीता शर्मा, सोनिया कौशिक, ऋचा शर्मा, अरुणा कश्यप, सुनीता सैनी आदि श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण का लाभ लिया।

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