राकेश वालिया
हरिद्वार, 19 दिसम्बर। अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कड़ा कानून बनाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐतिहासिक पहल की है। इसके लिए अखाड़ा परिषद मुख्यमंत्री को सम्मानित करेगा। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण विरोधी कानून लागू होने से उत्तराखण्ड में धर्मातरण जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी। उत्तराखण्ड में धर्मांतरणरोधी कानून लागू होने से पूरे देश में एक सकरात्मक संदेश गया है। अन्य राज्यों को भी धर्मांतरणरोधी कानून लागू करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सख्त से सख्त कानून बनाकर पूरे देश में लागू कराना चाहिए। जिससे पूरे देश में जबरन धर्मातरण पर रोक लग सके। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सनातन परंपरांओं को मजबूत करने में निरंतर योगदान कर रहे है। उत्तराखण्ड सरकार ने धर्मांतरण रोधी कानून लागू कर ऐतिहासिक कार्य किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पूरी सरकार बधाई की पात्र है। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संतों की भावनाओं का सम्मान करने वाले व्यक्ति हैं। संत समाज द्वारा लगातार धर्मांतरण के विरोध में कानून लागू करने की मांग की जा रही थी।
संत समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धर्मांतरणरोधी कानून पास किया। जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई व साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही एसएमजेएन कालेज में भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर संत समाज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सम्मानित कर उनकी दीघार्यू की कामना करेगा।