कमल खड़का
हरिद्वार, 31 जुलाई। कांवड़ मेला अंतिम चरण में प्रवेश कर गया है। दो अगस्त दोपहर को जलाभिषेक का मुर्हत होने के चलते अधिकांश पैदल कांवड़ यात्री इससे एक दिन पूर्व ही अपने गंतव्यों की और रवाना हो जाएंगे। इसके बाद सड़कों पर केवल डाक कांवड़ ही नजर आएगी। निर्धारित समय पर अभिष्ट शिवालय तक पहुंचने के बैनर लगे बड़े डाक कांवड़ वाहनों के साथ दोपहिया वाहनों पर सवार डाक कांवड़िएं अंतिम दौर में वापसी करेंगे। बड़े डाक कांवड़ वाहनों के साथ बाइक सवार डाक कांवड़िएं जल लेने के लिए लगातार पहुंच रहे हैं।
हरकी पैड़ी से लेकर तमाम घाटों पर गंगा स्नान करते और कांवड़ों में जल भरते कांवड़िएं ही नजर आ रहे हैं। हरकी पैड़ी और आसपास के बाजारों में कांवड़ियों की भारी भीड़ है। सभी पार्किंग डाक कांवड़ वाहनों से फुल हो चुकी हैं। पुलिस और प्रशासन कांवड़ मेले के अंतिम दौर को सफलतापूर्वक संपन्न कराने की कवायद में जुटा हुआ है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल सहित तमाम पुलिस अधिकारी सहयोगियों के साथ कांवड़ियों की सुरक्षित वापसी कराने में जुटे हैं। अधिकारी सीसीआर टावर से पूरे मेले पर नजर रखने के साथ पुलिसकर्मियों के साथ सड़कों पर भी मशक्कत कर रहे हैं।
विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और संत समाज की और कांवड़ सेवा शिविर लगाए गए हैं। जिनमें कांवड़ियों का भोजन प्रसाद व जलपान उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रशासन की और से भी पूरे कांवड़ मार्ग पर चिकित्सा शिविर आदि का आयोजन किया गया है। भारी गर्मी को देखते हुए कांवड़ियों की सुविधा के लिए कांवड़ पटरी मार्ग पर फव्वारे भी लगाए गए हैं। लौट रहे कांवड़ियों को फव्वारों से चिलचिलाती गर्मी से राहत का अनुभव हो रहा है। कांवड़ियां पुष्पेंद्र कुमार व कुलदीप ने बताया कि फव्वारों की व्यवस्था होने से कुछ देर के लिए गर्मी से राहत जरूर मिल रही है।