अमरीश
विस्थापन के 40 साल भी नहीं मिला भूमिधरी का अधिकार-प्रधान मंजीत खरोला
हरिद्वार, 12 मार्च। आर्दश टिहरी नगर भाग एक के प्रधान मंजीत खरोला ने टिहरी विस्थापितों को भूमिधरी का अधिकार दिए जाने की मांग की है। भूमिधरी अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर पंचायत भवन में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए प्रधान मंजीत खरोला ने कहा कि लगभग 40 वर्ष पूर्व टिहरी से विस्थापित किए गए लोगों को हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र पथरी में आर्दश टिहरी नगर में बसाया गया था। लेकिन आज तक भी विस्थापितों को कोई अधिकार नहीं मिल पाया। आर्दश टिहरी नगर में बसाए गए लगभग 440 विस्थापित परिवारों को 40 साल बाद भी भूमिधरी का अधिकार नहीं मिला है।
क्षेत्र की सड़कों का बुरा हाल है। दशकों से सड़कों का पुनर्निर्माण नहीं हुआ है। यातायात के लिए परिवहन सुविधा नहीं है। जंगली जानवर खेतीबाड़ी उजाड़ रहे हैं। वर्ष 1982 में टिहरी बांध परियोजना के अंतर्गत 436 विस्थापित परिवारों को पथरी क्षेत्र में बसाया गया था। देश हित में अपनी पैतृक जन्मभूमि को छोड़कर आए विस्थापित परिवारों को उस वक्त क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की जानकारी नहीं थी। सभी परिवारों ने मेहनत कर खेतीबाड़ी आबाद की। व्यवसाय शुरू किया। स्थानीय लोगों से मेलजोल बढ़ाया और उनके सुखदुख के साथी बन गए।
हर समस्या का डटकर मुकाबला किया। लेकिन सरकार और जनप्रतिनिधियों ने हमेशा उनकी उपेक्षा की। भूमिधरी का अधिकार नहीं मिलने से विस्थापित परिवारों में रोष है। भूमिधरी का अधिकार नहीं मिलने से विस्थापितों को भूमि पर बैंकों से खेती के लिए ऋण नहीं मिलता है। सरकार को इस समस्या का समाधान करना चाहिए। सहकारी समिति के पूर्व चेयरमैन एवं उत्तराखण्ड राज्य आंदोलकारी हुकम सिंह रावत ने कहा कि भूमिधरी का अधिकार प्राप्त करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। भूमिधरी के लिए लगातार लंबे समय से वार्ताओं का दौर चल रहा है, किंतु अभी तक मामला लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि भूमिधरी अधिकार नहीं मिला तो आने वाले 2024 के चुनाव में किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आदर्श टिहरी नगर में नहीं घुसने दिया जाएगा।
महावीर सिंह खरोला ने कहा कि सरकार से बात करने के लिए वर्तमान जनप्रतिनिधियों व पूर्व जनप्रतिनिधियों शामिल करते हुए एक समिति का गठन किया जाएगा। समिति के माध्यम से विस्थापितों की मांग को जोरदार तरीके से सरकार के समक्ष रखा जाएगा। बैठक में पूर्व उपप्रधान गब्बर सिंह, सहकारी समिति के पूर्व चेरयमैन सोहन सिंह, हुकम सिंह रावत, उपप्रधान यजुवीर सिंह रावत, मनोज खरोला, मस्ती सिंह गुसाईं, संजय रावत, ग्राम पंचायत सदस्य सीमा रावत, ग्राम पंचायत सदस्य पूजा नौटियाल, मुकेश लाल, रवि खरोला सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।