विक्की सैनी
हरिद्वार, 26 मार्च। लाॅकडाऊन के दौरान गरीबों व बेसहारा लोगों को भोजन का संकट ना हो इसके लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। प्रशासन के इन प्रयासों में आश्रम अखाड़े भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। युवा भारत साधु समाज की ओर से अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह व कुश्म चैहान के माध्यम से खाद्य सामग्री के पांच सौ पैकेट तथा गरीबदासीय आश्रम की और से दौ सौ पैकेट उपलब्ध कराए गए। अधिकारियों को सौंपी गयी खाद्य सामग्री में पांच किलो आटा, पांच किलो चावल, दो किलो दाल, 1 लीटर तेल व नमक का पैकेट शामिल है। इस दौरान युवा भारत साधु समाज के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि संकट की इस घड़ी में गरीबों की मदद करना सबका दायित्व है। आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस से पीड़ित है।
कई बड़े देश इससे निपटने में अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लाॅकडाऊन करने का जो फैसला किया है। सभी को इस फैसले का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों के घरों में रहने से इस संक्रमण का फैलाव रोकने में मद्द मिलेगी। लेकिन इस दौरान गरीबों को भोजन उपलब्ध कराना भी जरूरी है। इसके लिए युवा भारत साधु समाज की और से प्रशासन को खाद्य सामग्री के पांच सौ पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए घरों में रहे। लाॅकडाऊन को सफल बनाने में सहयोग करें। यह सबके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। साथ ही अपने आसपास गरीबों का ध्यान रखें। खासतौर पर किसी गरीब को भोजन आदि की किल्लत ना होनें दें। कोषाध्यक्ष महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज ने कहा कि बेसहारा की मदद करना भारत की संस्कृति रही है।
कोरोना से उपजे इस संकट में गरीबों की मदद के लिए संत समाज प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर रहा है। संत समाज किसी भी गरीब को भोजन की दिक्कत नहीं होने देगा। गरीबदासीय साधु सेवा आश्रम के स्वामी हरिहरानंद शास्त्री महाराज ने बताया कि आश्रम की ओर से प्रशासन को आटा, दाल, चावल, तेल, नमक आदि खाद्य सामग्री के दो सौ पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा आश्रम के आसपास मौजूद गरीब, बेसहाराओं को भोजन भी उपलब्ध करवाया रहा है। संकट इस घड़ी में संत समाज अपने दायित्व का पूर्ण निर्वहन करेगा। अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह व एसडीएम कुश्म चैहान ने संत समाज का आभार जताया और कहा कि अन्य संस्थाओं को भी संकट की इस घड़ी में समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए मदद के लिए आगे आना चाहिए।