विकास झा
हरिद्वार, 24 सितंबर। श्री देवात्थान सेवा समिति के संयोजन में कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वाले लोगों व लावारिस व्यक्तियों के 9216 अस्थि कलश शनिवार को पूर्ण विधि विधान से कनखल स्थित सती घाट पर गंगा की गोद में विसर्जित किए जाएंगें। श्री देवोत्थान सेवा समिति पिछले कई वर्षों से दिल्ली, एनसीआर के विभिन्न शमशान घाट से लावारिस मृतकों की अस्थियां एकत्र हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित करने का काम कर रही है। समिति के महामंत्री एवं यात्रा संयोजक विजय शर्मा अस्थि कलश लेकर हरिद्वार पहुंचेंगे।
समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने बताया कि जब कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी और मृतकों के क्रिया कर्म के लिए वेटिंग चल रही थी,। ऐसे समय में बहुत से लोगों ने कोरोना के भय के चलते अपने परिजनों की मृत्यु होने पर उनके दाह संस्कार के बाद अस्थि विसर्जन नहीं किया उन्होंने बताया कि पिछले 19 वर्षो में समिति ने एक लाख इकतालीस हजार छह सौ पिच्चासी अस्थि कलशो को कनखल के सतीघाट वैदिक रीति से गंगा में विसर्जित किया है। इस वर्ष होने वाली 20वीं यात्रा में 9216 अस्थि कलशो को विसर्जित किया जाएगा।