तनवीर
हरिद्वार, 8 अप्रैल। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की और सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक को सम्मानित किया और ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान करने की मांग की। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के के प्रदेश चेयरमैन पराग गुप्ता के शरद विहार स्थित आवास पर आयोजित बैठक के दौरान सांसद डा.निशंक को दिए गए ज्ञापन में संस्था की और से सर्किल रेट में की गयी बढ़ोतरी को स्थगित करने व दोबारा सर्वे कराने, दाखिल खारिज में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए दाखिल खारिज के लिए समय सीमा निर्धारित करने, पाॅड कार टैक्सी को शहर से बाहर गंगा किनारे संचालित करने, सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने, पुरानी पेयजल व सीवर लाईनों को बदलने तथा एचआरडीए द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की गयी है।
पराग गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज सरकार को लगातार मजबूती प्रदान करने में अपना योगदान देता चला आ रहा है। वैश्य समाज राष्ट्र हित में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के संरक्षण संवर्द्धन में मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। बैठक के संयोजक अशोक अग्रवाल व अरविंद अग्रवाल ने कहा कि सांसद रमेश पोखरियाल निशंक वैश्य समाज के लोगों की मांगों का समाधान अवश्य करेंगे। पाॅड कार शहर के बीचों बीच संचालित नहीं होनी चाहिए। गंगा किनारे पाॅड कार का संचालन आमजन के हित में किया जाए। जिससे व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
मुकेश अग्रवाल, ज्ञानेश अग्रवाल ने कहा कि पूर्व से ही बड़ी संख्या में वैश्य समाज भाजपा का समर्थन करता चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि जनहित को देखते हुए संस्था की और रखी गयी समस्याओं का समाधान अवश्य किया जाएगा। सांसद डा.निशंक व पूर्व केबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द ने समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
स्वागत करने वालों में भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, लकसर नगर पालिका के चेयरमैन अम्बरीश गर्ग, महामण्डलेश्वर स्वामी संतोष महाराज, ओमप्रकाश जमदग्नी, अनुराग गुप्ता एडवोकेट, हितेश अग्रवाल, अरविंद अग्रवाल, ज्ञानेश् अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, डा.अजय अग्रवाल, विनीत अग्रवाल, माधविक मित्तल, रविंदर अग्रवाल, करण मल्होत्रा, सतीश त्यागी, गौरी शंकर अग्रवाल जी, संजय अग्रवाल, मनोज गर्ग, राजेंद्र ब्रजवासी, अजय गुप्ता, डा.विशाल गर्ग, राजीव गुप्ता, श्री अनिल गोयल, श्री मुकेश अग्रवान, गुलशन अदलकखा, एनके चैहान, नितिन मंगल, विनोद अग्रवाल, राम बाबू बंसल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।