राकेश वालिया
हरिद्वार, 25 अप्रैल। विश्नोई आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा है कि देश लगातार संत महापुरूषों पर हमला कर सनातन धर्म पर कुठाराघात किया जा रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र के पालघर के बाद पंजाब में स्वामी पुष्पेंद्र पर हमला कर आश्रम में लूटपाट की गयी। जिससे पता चलता है कि देश की कानून व्यवस्था बिल्कुल लचर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व देश में भय का माहौल पैदा करना चाह रहे हैं। असामाजिक तत्वों पर कानूनी कार्रवाई सरकार को तुरंत करनी चाहिए। लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा ना हो सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने में त्वरित निर्णय लेने चाहिए। स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि कुछ प्रदेशों में असामाजिक तत्व गुण्डाराज कायम करना चाहते हैं। सरकार मूकदर्शन बनकर तमाशा देखने का काम कर रही हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा। महाराष्ट्र की घटना से सरकार को सबक लेना चाहिए। जो लोग भीड़ एकत्र कर संतों को भी मौत के घाट उतार रहे हैं। ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से मिलनी चाहिए। स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि देश दुनिया वैश्विक बीमारी से घिरी हुई है। ऐसे में सरकार के आदेशों का पालन नहीं करने वाले लोग समाज का अहित कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकद्मा दर्ज किया जाना चाहिए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य की सरकारों को कानून व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दें। जिससे राज्य में संवैधानिक अधिकारों का पालन किया जा सके। जिस प्रदेश में असामाजिक तत्वों द्वारा अपराधिक घटनाएं की जाएं। उन प्रदेशों में सरकार को चिन्हित करने की आवश्यकता है। महाराष्ट्र और पंजाब में संतों की हत्या और उन पर हमलों की निन्दा करने वालों में स्वामी चिदविलासानंद, स्वामी जगदीशानंद गिरी, महंत सूरजदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी शिवानन्द, स्वामी निर्मलदास सहित कई संतों महंतों ने संतों की हत्या और पंजाब में संत पर हुए हमले की घोर निंदा की।