कमल खडका
हरिद्वार, 24 अक्टूबर। हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के पूर्व महामंत्री रामकुमार मिश्रा ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर गंगा को स्केप चैनल बताने वाले अध्यादेश को तत्काल रद्द करने की मांग की है। पत्र में रामकुमार मिश्रा ने कहा कि हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की अविछन्न धारा को स्केप चैनल घोषित कर गंगा प्रेमियों की भावनाएं आहत करने के साथ तमाम पौराणिक गं्रथों में वर्णित मां गंगा की कथा को भी झुठलाने का प्रयास किया जा रहा है।
तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में घोषित किए गए अध्यादेश को अभी तक रद्द नहीं किया जाना बेहद दुर्भाग्यूपर्ण है। अगले वर्ष 2021 में हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होना है। स्केप चैनल अध्यादेश रद्द नहीं किए जाने से देश विदेश से गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु गंगा की स्थिति को लेकर भ्रम की स्थिति में हैं कि प्राचीन धर्मग्रन्थो में वर्णित हरकी पौड़ी कहाँ है।
हरकी पैड़ी पर गंगा जल की धारा को अविच्छिन बनाये रखने के लिए भारतरत्न महामना पण्डित मदनमोहन मालवीय के नेतृत्व में 1914 से 1916 तक एक लम्बा आंदोलन किए जाने के बाद तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के साथ हुए अनुबन्ध में भी इसको अविच्छिन बनाये रखने का अनुबन्ध हुआ था। हरकी पैड़ी और गंगा जनभावना के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा है। इसलिए तमाम सनातनधर्मियों की भावना का सम्मान करते हुए तत्काल गंगा को स्केप चैनल बताए जाने वाले अध्यादेश को रद्द किया जाना चाहिए।