हिन्दू संस्कृति का मूल है वसुधैव कुटुम्बकम का भाव: अनिरूद्ध भाटी

Haridwar News Uttarakhand
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पाकिस्तान से आये 56 सदस्यीय हिन्दू जत्थे का किया भव्य स्वागत

हरिद्वार, 14 मार्च। पाकिस्तान से लगभग एक माह के लिए यात्रा वीजा पर आये 56 सदस्यीय हिन्दू श्रद्धालुओं के जत्थे का उत्तरी हरिद्वार भूपतवाला स्थित प्रभुतानन्द आश्रम में समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी, पार्षद अनिरूद्ध भाटी एवं विनित जौली के नेतृत्व में सामाजिक संस्थाओं व क्षेत्रवासियों ने भव्य स्वागत किया। पाकिस्तानी हिन्दू जत्थे का स्वागत करते हुए क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम का भाव ही हिन्दू संस्कृति का मूल है। हमारी संस्कृति में अतिथि देवो भवः की परम्परा सदियों से रही है। उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हम सब पाकिस्तान से आये अपने हिन्दू भाई-बहिनों का तीर्थनगरी में स्वागत करते हैं। अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीएए के माध्यम से पाकिस्तान में दमन सह रहे लाखों हिन्दुओं के भविष्य को सुरक्षित व संवारने का काम किया है। उन्हांेने ने कहा कि आर्थिक संकट से जूझ रहे इस जत्थे की मदद हेतु समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी व पार्षद विनित जौली की पहल सराहनीय है।

निवास एवं भोजन के साथ-साथ इस जत्थे के अहमदाबाद जाने हेतु सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेकर बस की व्यवस्था किये जाने का संदेश समूचे देश में ही नहीं अपितु दुनिया भर में हरिद्वारवासियों का सम्मान बढ़ायेगा। समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी ने कहा कि भारत में सीएए लागू होने के पश्चात पाकिस्तान में उत्पीड़न झेल रहे अल्पसंख्यकों विशेषकर हिन्दुओं में आस जगी है कि भविष्य में उन्हें भारत में शरण ही नहीं अपितु नागरिकता प्राप्त होगी जिससे उनकी भावी पीढ़ियां बिना भय के अपना जीवनयापन कर सके। पार्षद विनित जौली ने कहा कि पाकिस्तान से आये हिन्दू श्रद्धालुओं के जत्थे की पीड़ा का जब उन्हें पता चला तो क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्ध भाटी, समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी, भक्त दुर्गादास के समक्ष उनकी पीड़ा को रखा तो उनके प्रयास से हिन्दू श्रद्धालुओं की मदद हेतु अनेक संस्थाओं ने अपना सहयोग प्रदान किया। यह लोग अब पाकिस्तान नहीं जाना चाहते। इनके अनेक रिश्तेदार अहमदाबाद में निवास करते हैं। जब इन लोगों ने हरिद्वार से अहमदाबाद जाने की इच्छा व्यक्त की तो इनके लिए बस की व्यवस्था कर इन्हें अहमदाबाद रवाना किया गया है। लाल माता मंदिर के प्रबंधक भक्त दुर्गादास ने कहा कि पाकिस्तान से आये हिन्दू श्रद्धालु हमारे लिए अत्यन्त आदरणीय हैं। इन्होंने विषम परिस्थितियों व सरकार के दमन के पश्चात भी अपना हिन्दू धर्म नहीं छोड़ा तथा अनेक कुर्बानियां देकर भी पाकिस्तान में हिन्दुत्व की पताका फहराने का काम किया है। इनका सहयोग करना प्रत्येक देशवासी का फर्ज है।  पाकिस्तानी जत्थे में शामिल अधिकांश लोग कराची, बदीन से आये हैं। इनमें मालीभाई परमार, नारायण दास, मुकेश कुमार, वीर जी, पिंगला बेन, पूनम बेन, कांता बेन, लक्ष्मी बेन, हीरा बाई ने कहा कि हरिद्वार में आकर मां गंगा में स्नान कर उनका जीवन सफल हो गया है।

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार व दमन से उनका जीवन दुश्कर हो गया है। अब हम लोग वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं तथा भारत सरकार से अनुरोध करंेगे कि हमें नियमानुसार देश की नागरिकता प्रदान की जाये। पाकिस्तान से आये जत्थे में शामिल मालीभाई परमार ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आने पर हमें ज्यादा पैसा नहीं लाने दिया जाता है कि कहीं हम हिन्दुस्तान में ही नहीं बस जाये। इस अवसर पर धर्मशाला प्रबंधक समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंघल, महेश गौड, लाल माता मंदिर के भक्त दुर्गादास, रमेश भाई ठाकर, जगदीश यादव, स्वामी तत्वानन्द जी महाराज, श्यामसुन्दर शर्मा, पार्षद अनिल मिश्रा, स्वामी नरसिंह दास जी महाराज, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सूर्यकान्त शर्मा, सन्नी राणा, नीरज शर्मा, संदीप गोस्वामी, अनुपम त्यागी, रूपेश शर्मा, अजय अरोड़ा, सुरेन्द्र ठाकुर, सौरभ सामंत, सुनील सैनी, सुखेन्द्र तोमर समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।


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