गौरव रसिक
हरिद्वार, 6 मई। जगजीतपुर में मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के निर्माण में देरी को लेकर ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के लिए भूमि उपलब्ध होने के बावजूद निर्माण शुरू नहीं होने से प्रदेश सरकार की लचर कार्यप्रणाली उजागर हो रही है। जल्द ही अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू नहीं होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
अस्पताल निर्माण में देरी को लेकर किसान कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष दिनेश वालिया ने कहा है कि भाजपा सरकार ने 1 साल पहले हरिद्वार के जगजीतपुर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के साथ ही बड़ा कोविड अस्पताल बनाने का वादा किया था। जिसके निर्माण के लिए हरिद्वार नगर निगम ने भूमि का आवंटन भी कर दिया था। लेकिन एक साल बाद भी हॉस्पिटल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। दिनेश वालिया ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर जैसी कोई सुविधा नहीं है। सरकारी अस्पतालों से मरीजों को रेफर किया जा रहा है। जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है। हरिद्वार की जनता कोरोना काल में इलाज के लिए भटक रही है।
यदि अस्पताल तैयार कर दिया गया होता तो मरीजों को भटकना नहीं पड़ता। कोरोना महामारी के दौर में मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने में सरकार नाकाम सिद्ध हो रही है। सरकार की नीतियों से परेशान जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।