गौरव रसिक
हरिद्वार, 1 मार्च। महाकुंभ मेले की सुख सुविधाओं को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा भारी भरकम बजट जारी किया गया है। इसके बावजूद भी धीरवाली बैरियर मार्ग की खस्ता हालत में कोई सुंधार नहीं हुआ है। जबकि मार्ग के निकट मेला प्रशासन के अधिकारियों के ठहरने की व्यवस्थाएं भी की गयी हैं। सरकारी अमला लगातार इस मार्ग से होकर गुजर रहा है। सड़क की खराब हालत के चलते वाहन चालकों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क के गड्ढे कभी भी वाहन चालकों के लिए दुघर्टना का कारण बन सकते हैं। मेला प्रशासन कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर हर संभव प्रयास तो कर रहा है। लेकिन संबंधित विभागों की लापरवाही के कारण क्षतिग्रस्त मार्ग दुरूस्त ना होना। अधिकारियों की ढुलमुल नीति को भी दर्शा रहा है। धीरवाली मार्ग से संतों महंतों के वाहन प्राचीन गुघाल मंदिर पहुंचते हैं। गुघाल मंदिर से ही संतों की पेशवाई निकालने की तैयारियां भी की जा रही हैं। इसके बावजूद सड़क की दशा सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी बनी हुई है। युवा कांग्रेस नेता वरूण बालियान का कहना है कि गुघाल मंदिर से संत महापुरूषों की प्रथम पेशवाई निकलनी है।
धीरवाली मार्ग की हालत खराब है। सड़क के गड्ढे लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। जबकि बड़े पैमाने पर मार्ग के किनारे अधिकारियों के ठहरने के लिए तंबु लगाए गए हैं। लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का बड़ा उदाहरण सड़क की खस्ता हालत से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला अधिकारियों को सड़क की खस्ता हालत का संज्ञान लेकर अतिशीघ्र सड़क का निर्माण कराना चाहिए। युवा नेता अंकित चैहान ने कहा कि डबल इंजन सरकार के दावे साफ तौर पर विफल साबित हो रहे हैं। संत महापुरूषों को सुविधाएं देने के नाम पर छलने का काम किया जा रहा है। कुंभ बजट के नाम पर जमकर बंदरबांट की जा रही है। धीरवाली सड़क की हालत जल्द से जल्द ठीक की जाए।