अमित वालिया
हरिद्वार, 14 जुलाई। महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि परमात्म स्वरूप गुरु ही शिष्य को ज्ञान दीक्षा देकर उसके जीवन को भगवसागर से पार लगाते हैं। कनखल स्थित श्री ज्ञान मंदिर में आयोजित गुरु पूजन महोत्सव के समापन पर श्रद्धालु भक्तों को गुरु महिमा से अवगत कराते हुए महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गुरू के बिना जीवन अधूरा है।
व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में हो सफलता के लिए गुरू की आवश्यकता होती है। इसलिए सद्गुरू का चयन कर उनके मार्गदर्शन अवश्य प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माता और गुरु के आशीर्वाद प्रत्येक कार्य सफल होता है। प्रत्येक शुभ कार्य की शुरूआत माता व गुरू की आज्ञा से करनी चाहिए। गुरू से प्राप्त ज्ञान से जीवन में छाए अंधकार रूपी अज्ञान को दूर कर देश व समाज की सेवा करें।
उन्होंने कहा कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है। इसलिए गुरू से प्राप्त कर ज्ञान को अपने तक सीमित ना रखकर, उसका समाज में प्रसार करें। जिससे अन्य लोग भी लाभान्वित हों। भक्तों की नैया को संसार रूपी भवसागर से पार लगाने वाले गुरु की महिमा अपरंपार है। गुरु का ऋण जीवन में कोई नहीं उतार सकता।
गुरु की कृपा का पात्र बनने के लिए उनके बताए मार्ग का अनुसरण करें। इस अवसर पर महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, यूपी आदि से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालु भक्तो ंने महामण्डलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद महाराज से आशीर्वाद लिया।