नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री दे इस्तीफा-सुनील अरोड़ा

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कमल खडका

हरिद्वार 17 सितम्बर। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने प्रेस ब्यान जारी करते हुए कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में बुरी तरह से फेल हो चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपाय नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा के ही मंत्रियों की आवाजों को दरकिनार किया जा रहा है।

आम आदमी की कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। सरकार की जनविरोधी नीतियों से प्रदेश की जनता आजीज आ चुकी है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर उचित कदम नहीं उठा पा रहे है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है अस्पतालों में रोगियों को सही उपचार नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम लोगों की पीड़ा को प्रदेश सरकार नहीं समझ रही है। सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं।

सुनील अरोड़ा ने कहा कि सरकार को रणनीति के तहत कोरोना संक्रमण को रोकने के उपाय करने चाहिए। प्रदेश में आने वाले लोगों के लिए बार्डर तो खोल दिये गए हैं लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच ठीक तरीके से नहीं की जा रही है। लोगों को भी अनेकों परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में कोरोना जांच के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे लोगों को कोई भी राहत सरकार से नहीं मिल पा रही है। व्यापारी परेशान हैं सरकार आपदाकाल में भी अवसर तलाश रही है।

धर्मनगरी का व्यापारी राहत पैकेज की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। व्यापारी बिजली पानी के बिल टैक्स, जीएसटी के कर्ज तले दब रहे हैं। बैंकों का ब्याज बढ़ रहा है। आॅटो चालक लघु व्यापारी हताशा का जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। सरकार की जनविरोधी नीतियां प्रदेश की जनता भुगत रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी शासन प्रशासन पीड़ित रोगियों को कोई भी राहत नहीं दे पा रहा है। 

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