विक्की सैनी
संकट में गरीबों की मदद करना सबका दायित्व-श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह
हरिद्वार, 25 मार्च। कोरोना संकट में संत समाज सहयोग के लिए लगातार आगे आ रहा है। बुधवार को कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की और से प्रशासन को भोजन के पांच सौ पैकेट उपलब्ध कराए गए। अखाड़े की और से उपलब्ध कराए गए भोजन के पैकेटों को निराश्रित व सड़कों पर गुजर बसर करने वाले गरीबों को बांटा जाएगा। अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि कोरोना के रूप में पूरी दुनिया पर संकट में है। संकट की इस घड़ी में गरीबों की मदद करना सबका दायित्व है। परोपकार भारत की संस्कृति और मानवता सबसे बड़ा धर्म है। ऐसे में सभी को मानवता का पालन करते हुए गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार में बड़ी संख्या में भिक्षुक व निराश्रित भी रहते हैं। घाटों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड व सड़कों पर जीवन बसर करने वाले तमाम निराश्रितों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया है।
ऐसे में गरीब निराश्रितों की मदद के लिए अखाड़े की और से भोजन के पांच सौ पैकेट प्रशासन को उपलब्ध कराए गए हैं। कोठारी महंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि कोरोना को फैलने से रोकेने के लिए सरकार ने लाॅकडाऊन करने का फैसला किया है। इस विश्वव्यापी बीमारी का भारत में फैलाव ना हो। इसके लिए लाॅकडाऊन जैसा उपाय बेहद जरूरी है। सभी को लाॅकडाऊन का पालन करना चाहिए। लाॅकडाऊन की वजह से दूसरों की मदद पर आश्रित रहने वाले भिक्षुओं व फक्कड़ साधुओं तथा बाहर से आकर हरिद्वार में फंसे लोगों को भोजना उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है। ताकि कोई भी भूखा ना रहे। इसको देखते अखाड़े की और से प्रशासन को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों की मदद के लिए प्रशासन का आगे भी पूरा सहयोग किया जाएगा। अन्य संस्थाओं को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस दौरान महंत सतनाम सिंह, महंत अमनदीप सिंह, महंत खेमसिंह, संत सुखमन सिंह, संत जसकरण सिंह, संत रोहित सिंह, संत विष्णु सिंह आदि मौजूद रहे।