अमरीश
हरिद्वार, 2 मई। कोरोना आपदा से ग्रसित सिडकुल की औद्योगिक कंपनी प्रबंधकों को राहत प्रदान करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निर्देशक विक्रमादित्य सिंह खींची ने लाइव बेवलाइन सेमिनार आयोजित कर उनकी समस्याओं को सुना। बैंक की ओर से उनकी तमाम दिक्कतों को दूर करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा की आगामी तैयारियों की जानकारी भी प्रदान की। हरिद्वार के औद्योगिक कंपनी प्रबंधकों ने बैंक की पहल का स्वागत किया है। औद्योगिक कंपनियों कीे लिमिट 10 फीसदी बढ़ा दी जाएगी। जबकि बैंक ऋण पर ब्जाय की वसूली में मई तक छूट प्रदान की गई। इसके अलावा जिन कंपनियों की किस्त ना जाने के कारण एनपीए एकांउट पर एक साल तक छूट दे दी गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निर्देशक विक्रमादित्य सिंह खींची ने कोविड-19 महामारी के बाद लॉकडाउन के चलते देशभर में एमएसएमई क्षेत्र के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर एमएसएमई कार्यकर्ताओं से संपर्क कायम करने के लिए लाइव बेवलाइन का आयोजन किया। इस सेमिनार में बैंक के महाप्रबंधकों, अंचल प्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों, शाखा प्रबंधकों तथा एमएसएमई लोन फैक्ट्री के प्रबंधकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
खींची ने ग्राहकों की चिंताओं को दूर किया एवं भारत सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक तथा विशेष रूप से बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा उनकी सहायता हेतु किए जाने वाले विभिन्न उपायों तथा उन्हें चुनौतियों के दौर से बाहर निकालने में एवं सक्षम बनाने हेतु उपलब्ध कराई जाने वाली सहायता के संबंध में जानकारी दी गई। बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा आरंभ की गई इस अनूठी पहल एवं देश भर में स्थापित किए गए संपर्क के स्तर के मद्देनजर उद्योग जगत में इकलौती पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य एमएसएमई कार्यकर्ताओं को बैंक द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं से अवगत कराना था। इसके अलावा चैट बॉक्स सुविधा के माध्यम से प्रतिभागियों की समस्याओं और जिज्ञासाओं का समाधान करने की तैयारी शुरू की। बैंक को चैट बॉक्स के माध्यम से लगभग 22 हजार प्रश्न प्राप्त हुए। एमएसएमई ऋणकर्ताओं से कोविड-19 के बारे में कुछ सेगमेंट को उपलब्ध होने वाले व्यवसायिक अवसरों से अवगत कराया गया। विक्रमादित्य सिंह खींची कार्यपालक निर्देशक ने बताया कि एमएसएमई जो कि अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है एवं देश का सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता क्षेत्र है। उन पर कोविड-19 महामारी का काफी बुरा असर पड़ा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए एमएसएमई हमेशा से प्राथमिक महत्व वाला क्षेत्र रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करने की व्यवस्था की गई। ताकि इस चुनौतीपूर्ण दौर में उन्हें बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली अतिरिक्त सुविधाओं के संबंध में आश्वस्त किया जा सके। इसी के साथ हरिद्वार की तमाम औद्योगिक इकाईयों को बड़ी राहत मिली है। सिडकुल के कंपनी प्रबंधक लहर हरिया ने बताया कि बैंक आफ बड़ौदा ने आपदा की इस घड़ी में अपने ग्राहकों को राहत दी है। हरिद्वार की बैंक आफ बडौदा की चंद्राचार्य चैक शाखा प्रबंधक पंकज गुप्ता ने बताया कि बैंक की ओर से कंपनियों को राहत दी जा रही है।