निरंतर प्रवाहित होने वाली ज्ञान गंगा है श्रीमद्भावगत कथा-पंडित पवन कृष्णा शास्त्री

Haridwar News
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अमरीश


हरिद्वार, 16 मार्च। आर्यनगर ज्वालापुर में श्रीमद्भागवत कथा के अष्टम दिवस की कथा सुनाते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का समापन नहीं विश्राम होता है। शास्त्री ने बताया कि जिस प्रकार से गंगा निरंतर प्रवाहित होती रहती है। वैसे ही श्रीमद् भागवत कथा भी ज्ञान गंगा के रूप में निरंतर प्रवाहित होती रहती है। कथा का कभी भी समापन नहीं होता। कथा निरंतर भक्तों का मार्गदर्शन करती रहती है। कथा के विश्राम दिवस पर सभी भक्तों ने यज्ञ कर भगवान नारायण को प्रसन्न किया। जिस में मुख्य यजमान संध्या गुप्ता, प्रवीण गुप्ता, वसुधा गुप्ता, तुषार सिंघल, वन्या सिंघल, युवान सिंघल, विष्णु प्रसाद सरार्फ, उपेंद्र कुमार गुप्ता, प्रमोद कुमार गुप्ता, शशिकांत गुप्ता, अमित गुप्ता, अश्विनी गुप्ता, राजीव लोचन गुप्ता, कुणाल गौतम, वरुण सैनी, भावेश पंडित आदि भागवत पूजन संपन्न किया।

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